इस प्रकार कर्म को ईश्वरीय आदेश समझ कर, ईश्वरीय इच्छा की पूर्ती के निमित पूर्ण करने से किसी भी प्रकार की रुकावट, अव्यवहारिकता, बेईमानी और बहानेबाजी सामने नहीं आ सकती।
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ऐसे में यह देखने योग्य होगा कि राजनीति में अव्यवहारिकता के दु: खद प्रवेश का प्रभाव 2011 में पश्चिम बंगाल में होने वाले प्रस्तावित विधानसभा चुनावों पर आख़िर कुछ पड़ता भी है या नहीं।
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हालांकि, चूहों में कुछ विशिष्ट, बाँझपन परस्पर विरोधी स्थितियों (उदाहरण के लिए, व्यापक बाल कतरन और कीटाणुशोधन के शीतलन प्रभाव, पट्टियों के अव्यवहारिकता घाव की रक्षा) की वजह से पूरा बाँझपन नहीं प्रदान कर सकते हैं.
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हिन्दी दिवस के अवसर पर मैं अपने हिन्दी प्रेमी मित्रों से यह अपील करना चाहूंगा कि हम हिन्दी की दुर्दशा का करूण क्र्रंदन करना बंद कर दें और हिन्दी र्की िक्लष्टता या अव्यवहारिकता की हँ सी उड़ाना बंद कर दें।
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केवल एक उपाय है यदि स्त्रीवर्ग शादी जैसी व्यवस्था की अव्यवहारिकता के प्रति सचेत होकर अपने मातृत्व के नैसर्गिक अधिकार की रक्षा और सम्मान के लिए एक जुट हो कर आवाज उठा पाए तब जाकर पुरुष-दंभ को नियंत्रित किया जा सकेगा....
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-वास्तव में कहानीकार की अज्ञानता व अव्यवहारिकता का द्योतक ही है यह कथा....-झूठा पानी पीना किसी भी प्रकार से उचित है ही नहीं, न हाइजेनिक न चिकित्सकीय द्रष्टि से, न पारिवारिक, व्यावहारिक व व्यक्तिगत दृष्टि से......
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मानक की कठोरता की चर्चा करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि प्रदेश के अधिकांश जनपदों से औसतन 400 विद्यालयों ने मान्यता हेतु आवेदन किया था किंतु उनमें से मात्र 1 या 2 विद्यालयों को ही मान्यता मिलना मानक की कठोरता व अव्यवहारिकता को स्पष्ट करता है।
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पॉलिसी लेने से पहले बीमा कंपनी से लिखित में इस बात की जानकारी प्राप्त कर लें पॉलिसी फॉर्म में पॉलिसी धारक को अपने परिवार के सदस्यों की जानकारी निश्चित तौर पर देना चाहिए लापरवाही, अव्यवहारिकता आदि की वजह से हुए नुकसान को बीमा कंपनियां आम तौर पर कवर नहीं करती हैं।
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यह सकता है संघीय मीनार पहल सिद्धांततः इस मामले में भी. कुछ नेताओं के लिए नहीं, फिर से हिरासत में पहल मैनिफ़ेस्ट एक पहल की “ अव्यवहारिकता ” के रूप में संसद की जिम्मेदारी है और इस पहल को लोगों के सामने नहीं लाएगा होना चाहिए वही गलतियाँ बुला रहे हैं. ”
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औद्योगिक नीति का विस्तार और प्रदूषण का कारोबार-एकीकृत औद्योगिक नीति की अव्यवहारिकता के चलते जब देशी-विदेशी कम्पनियों ने अनुदान राशि हड़पने के बाद अपने हाथ खींचने शुरू किये तो राज्य के नीति नियंताओं को लगा इस बार अनुदान की गंगा में डुबकी लगाने का मौका राज्य के अराजक उद्यमियों को ही क्यों न दिया जाये.