चन्द्रमा के रत्न को धारण करना उस स्थिति में एक अच्छा उपाय है जब रत्न धारक की कुंडली में चन्द्रमा एक शुभ ग्रह के रूप में कार्य कर रहे हों जिससे चन्द्रमा का रत्न धारण करके चन्द्रमा को अतिरिक्त बल प्रदान किया जा सकता है किन्तु चन्द्रमा के किसी कुंडली में अशुभ रूप से कार्य करने पर जातक को चन्द्रमा का रत्न मोती धारण नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से कुंडली में अशुभ रूप से कार्य कर रहे चन्द्रमा को अतिरिक्त बल प्राप्त होता है जिससे वह जातको को और अधिक हानि पहुंचा सकता है।