| 21. | शुरूवात में ही बताया गया कि 19 वी सदीसे ग्वालियर घराने से अष्टपदी आरंभ हुई।
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| 22. | गणपति और जयदेव की अष्टपदी को उनकी शिष्याओं ने समूह नृत्य में रंजकता से प्रस्तुत किया।
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| 23. | शेक्सपियर के सॉनेट अष्टपदी और षष्टपदी के बजाय तीन चतुष्पदियों और एक द्विपदी लय से बँधे हैं।
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| 24. | इनमें अष्टपदी और षष्टपदी के बीच अन्तराल दिखाई पड़ता है, लेकिन दोनों बँटे हुए नहीं है।
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| 25. | श्री सिंह ने कहा कि मौनवंशों को परजीवी अष्टपदी माइट के प्रकोप से बचाव हेतु विशेष सावधानियां बरतें।
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| 26. | के मृत शरीर के पास जा कर अष्टपदी गाने लगे पद्मावती जी उठ कर बैठ गई और जयदेव जी
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| 27. | इस भाव से पूर्ण अष्टपदी के गायन हेतू कवि ने राग गुर्जर का समर्पक और अभिप्रायपूर्ण प्रयोग किया है।
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| 28. | लोगों के लिए गायकी के साथ-साथ ग्वालियर घराने की अष्टपदी और तराना भी अमरेंद्रजी ने धीर-गंभीर वाचा में गाया।
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| 29. | तीसरा श्रुंग आमतौर पर अष्टपदी धुन पर बजाया जाता है और पहले श्रुंग की तुलना में पांचवां उच्च होता है.
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| 30. | हर दिन अलग-अलग रागों में अष्टपदी में पहले बंदिशे गाकर सुनवाई गई फिर जाने-माने कलाकारों की गई अष्टपदी सुनवाई गई।
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