| 21. | अहो राम...हिन्दी अनुवाद-करमसेनी का आना मालूम हुआ ।
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| 22. | अहो! मुझे स्तुति का भी ज्ञान नहीं है।
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| 23. | परस्परं प्रशंसन्ति, अहो रूपं अहो ध्वनिः ।।
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| 24. | परस्परं प्रशंसन्ति, अहो रूपं अहो ध्वनिः ।।
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| 25. | अहो, विराज कंठ में दिखा रही महाछटा ।
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| 26. | अहो ऐसे महादृश्य का वंदन करो मित्र!
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| 27. | अहो हरि! ओहू दिन कब ऐहैं |
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| 28. | अहो हम! (धन्य है) अहो ज्ञान! अहो ज्ञान!
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| 29. | अहो हम! (धन्य है) अहो ज्ञान! अहो ज्ञान!
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| 30. | अहो हम! (धन्य है) अहो ज्ञान! अहो ज्ञान!
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