ऐसी परिस्थिति से यह सिद्ध होता है कि विद्वान निम्न न्यायालय द्वारा एक तिथि पर कई फाईलें. 3. होने के कारण भ्रमवश दिनेश चन्द्र एडवोकेट आदेशपत्र में उल्लिखित कर दिया है।
22.
विधायक श्यामदेव राय चैधरी मे नौ-सूत्रीय आदेशपत्र की भाषा को घोर निंदनीय बताते हुए कहा कि आयोजन को सांप्रदाकियता से जोड़ना किसी सिरफिरे अफसर के दिमाग की ही उपज हो सकती है।
23.
हमेशा चिंता रहती है कि अगर आपने गाड़ी निकाली तो सड़कों पर कहीं भी पुलिस की गाड़ी मिल सकती है और उसमें बैठे अधिकारी तुरंत आपकी गाड़ी पर पोस्टरनुमा आदेशपत्र चिपका देते हैं.
24.
उनकी ओर से भी सूची 31ख के माध्यम से न्यायालय जनपद न्यायाधीश ई0सी0 ऐक्ट इलाहाबाद क्रि0 अपील संख्या 112 सन 10 मनोज खरे बनाम भावना श्रीवास्तव के आदेशपत्र की प्रमाणित प्रति प्रस्तुत किया गया है।
25.
यहूदियों और उन दूसरे सभी लोगों को, जो यहूदियों में आ मिले थे, हर साल इन दो दिनों को ठीक उसी रीति और उसी समय मनाना था जिसका निर्देश मोर्दकै ने अपने आदेशपत्र में किया था।
26.
निम्न न्यायालय की पत्रावली में आदेश दि0-17-4-07. को दुर्गादत्त उपस्थित था, आदेशपत्र दि0-17-4-07. पर दुर्गादत्त अपीलांट के हस्ताक्षर मौजूद हैं और अपीलांट द्वारा जबावदावा एवं स्वयं को गवाही में पेश करके निम्न न्यायालय में अपना पक्ष प्रस्तुत किया है।
27.
तुर्क-मंगोल यह तेंग्री के उपासक थे! तेंग्री का चिन्ह है चाँद-तारा! तेंग्री (तन + ग्रह) का अर्थ आकाश पिता (तेंग्री / तेंगर इस्तेग) और धरणी माता (इझे / गझर ऐझ! इतिहास बताता है की मंगोल विजेता चेंगिज खान अपने आदेशपत्र पर सबसे पहले तेग्री की शपथ ले कर विषय आरंभ करता था!
28.
मद्दूयन द्वारा उपरोक्त आदेश दिनांकित 29-5-04 के विरूद्व मान्नीय उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड में दीवानी निगरानी संख्या-33 / 2004 प्रस्तुत की गयी तथा उक्त निगरानी को मान्नीय उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड द्वारा दिनांक 24-4-2007 द्वारा निरस्त कर दिया गया तथा उपरोक्त इजराय संख्या-1/03 के आदेशपत्र के अवलोकन से यह स्पष्ट है कि अधीनस्थ न्यायालय द्वारा दिनांक 29-9-07 को उपरोक्त निगरानी को पूर्ण संतुष्टि के आधार पर निरस्त कर दिया गया।
29.
अपर आयुक्त के न्यायालय में भी पत्रावली दिनांक 10-6-06 को प्राप्त होने के बाद दिनांक 31-7-2002 की तिथि नियत की गयी तथा उसके पश्चात दिनांक 6-9-2002 की तिथि नियत की गयी मगर उक्त दोनो तिथियों के आदेशपत्र के अनुसार कोई कार्यवाही किया जाना विदित नहीं है पुनः उक्त पत्रावली दिनांक 26-10-2002 को अपर आयुक्त के न्यायालय से आयुक्त के न्यायालय को प्राप्त हुयी जहॉ उसको दर्ज किया गया तथा अग्रिम कार्यवाही हेतु दिनांक 13-11-2002 की तिथि नियत की गयी उक्त तिथि को आयुक्त द्वारा यह आदेश पारित किया गया कि‘‘ पत्रावली पेश हुयी।
30.
अधीनस्थ न्यायालय की पत्रावली के परिशीलन से यह स्पष्ट है कि यद्यपि दिनांक 2-4-2008 की तिथि को विहित प्राधिकारी द्वारा आबादकार / अपीलार्थी को न्यायालय में उपस्थित होना बताया है तथा आदेशपत्र पर उक्त तिथि को हस्ताक्षर भी अंकित है तथा अधीनस्थ न्यायालय की पत्रावली में प्रस्तुत प्रपत्र 4/1 में विपक्षी की ओर से समय भी मांगा गया है मगर उक्त हस्ताक्षर अपीलार्थी/आबादकार के ही हैं यह स्पष्ट नहीं है न ही अधीनस्थ न्यायालय की पत्रावली पर अपीलार्थी द्वारा किसी अधिवक्ता को नियुक्त किये जाने का कोई विवरण उपलब्ध है और न ही कोई वकालतनामा प्रस्तुत है।