गौरतलब है कि पाकिस्तान के 66 साल के इतिहास में सेना ने करीब आधे समय तक शासन किया है और कोई भी शासक या शीर्ष सैन्य कमांडर को कभी भी आपराधिक अभियोजन का सामना नहीं करना पड़ा है।
22.
यह न्याय का सुस्थापित सिद्धान्त है कि यदि अन्यथा न्यायोचित हो तथा पर्याप्त साक्ष्य पर आधारित हो तो आपराधिक अभियोजन मात्र दुर्भावना या राजनैतिक बदले की भावना-प्रथम सूचितकर्ता या परिवादी की-से आपराधिक कार्यवाही दूषित नहीं हो जाती है।
23.
उदाहरण के लिए, फेडरल रिजर्व और मुद्रा के नियंत्रक के कार्यालय द्वारा नियमित रूप से बैंकों का निरीक्षण किया जाता है और गैर-अनुपालन की स्थिति में जुर्माना लगाया जा सकता है या मामलों को आपराधिक अभियोजन के लिए भेजा जा सकता है.
24.
उदाहरण के लिए, फेडरल रिजर्व और मुद्रा के नियंत्रक के कार्यालय द्वारा नियमित रूप से बैंकों का निरीक्षण किया जाता है और गैर-अनुपालन की स्थिति में जुर्माना लगाया जा सकता है या मामलों को आपराधिक अभियोजन के लिए भेजा जा सकता है.
25.
मानवाधिकारों की वकालत करने वाले एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इस आदेश की आलोचना की है, उनका कहना है कि सेना सैनिकों को आपराधिक अभियोजन का सामना करने के लिए मजबूर करने की जगह अंदरूनी कार्यवाही के ज़रिए इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल देगी।
26.
हालांकि, कई ह्विसल्ब्लोअर ने सूचना दी है कि निगमों या सरकारी एजेंसियों में कदाचार के अभियोग में व्यापक रूप से शूट द मैसेंजर की मानसिकता अपनायी गयी है और कुछ मामलों में मुखबिर द्वारा आरोप लगाए जाने पर प्रतिशोध की भावना से आपराधिक अभियोजन किए गए हैं.
27.
यह वह एक कार्यवाही को प्रारम्भ करने के लिए परिवादी हो सकता है वह समान रूप से आपराधिक अभियोजन जो कि उसके कथन पर प्रारम्भ किया गया है, के वापिस लिया जाने का विरोध करने का अधिकार है यदि अपराध जिसके लिए अभियोजन प्रारम्भ किया गया है।
28.
) 240 बुपुलारी भिन्न ब्रलन्ना बनाम राज्य में कहा है कि यह अत्यन्त दुखद है कि एक सार्वजनिक परिवहन कम्पनी जो जनता के धन से चल रही है दूसरी सार्वजनिक कम्पनी पर बिना उचित कारण के झूठे व बनावटी आपराधिक अभियोजन कर इसे सौंपे गये धन को बर्बाद कर रही है।
29.
इस आज्ञा में केरल उच्च न्यायालय द्वारा राज्य के गृह विभाग को माता अमृतानंदमयी आश्रम के एक भक्त और निवासी टी. के. अजान द्वारा किये इस आवेदन पर विचार करने हेतु दिए गए निर्देश शामिल थे कि पुस्तक में की गयी आलोचना के आधार पर इन तीनों पर आपराधिक अभियोजन की कार्यवाही की जाये[53].
30.
इस आज्ञा में केरल उच्च न्यायालय द्वारा राज्य के गृह विभाग को माता अमृतानंदमयी आश्रम के एक भक्त और निवासी टी. के. अजान द्वारा किये इस आवेदन पर विचार करने हेतु दिए गए निर्देश शामिल थे कि पुस्तक में की गयी आलोचना के आधार पर इन तीनों पर आपराधिक अभियोजन की कार्यवाही की जाये.