वह स्वयं को घर में ही रोकना चाहती है और गा उठती है:-उगियो शरद पूनम रो चाँद, म्हारा हिरदा उपज्यो ज्ञान, उगियो शरद पूनम रो चाँद, म्हारा हिरदा उपज्यो ज्ञान, हम कसा आवाँ ओ सहेली, म्हारा ससरा सूता द्वार, म्हारा ससरा सूता द्वार, म्हारी सासू दीसे गाळ, म्हारी सासू दीसे गाळ, म्हारा देवर कऽ चुगली की वाण, म्हारा देवर को चुगली की वाण, म्हारी ननद मरोड़ो कान, म्हारी ननद मरोड़ो कान, म्हारा स्वामी का अकरा सुभाव, म्हारा स्वामी का अकरा सुभाव...