| 21. | ग़ज़ाली मुसलमानो के बीच पाए जाने वाले इख़्तिलाफ़ और काफ़िरों की एकता की निंदा करते हुए लिखते हैः
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| 22. | मैं इस मस्जिद में तुम्हारे इख़्तिलाफ़ और झगड़े के कारण अज़ान को समाप्त करने के बेहतर समझता हूँ।
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| 23. | हम जानते है कि सबसे ज़्यादा इख़्तिलाफ़, इस्लामी मुआशरा की इमामत व रहबरी के मसअले में हुआ है।
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| 24. | अगर यह ख़ुदा के सिवा और का (कलाम) होता तो इसमें (बहुत सा) इख़्तिलाफ़ पाते।
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| 25. | मुसलमानो के बीच इख़्तिलाफ़ का एक बड़ा कारण पुराने इख़्तिलाफ़ात को खोदना और उनको बड़ा बना कर पेश करना है।
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| 26. | अल्लाह और उसके रसूल की पैरवी करो और आपस में झगड़ा एवँ इख़्तिलाफ़ न करो वरना सुस्त और कमज़ोर हो जाओगे।
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| 27. | मीरास के सिलसिले में एक शख़्स और उसके रिशतेदार के दर्मियान इख़्तिलाफ़ था और बात जंग व जिदाल तक पहुंच गई।
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| 28. | तो उसमें इख़्तिलाफ़ किया गया (2) (2) कुछ ने उसको माना और कुछ ने न माना.
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| 29. | एक दिन ग़ज़ाली को ख़बर मिली कि एक मस्जिम में इख़्तिलाफ़ हो गया है और क़रीब है की मार पीट हो जाए।
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| 30. | इस लिये कि अगर उसके बनाने वाले एक से ज़्यादा होते तो कहीं कहीं उस में इख़्तिलाफ़ वुजूद में आ ही जाता।
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