इन बहनों में से एक की उँगली पकड़ कर मैं यह दृश्य देख रहा था और बीच-बीच में एकाध गीत के साथ अपना सुर मिला देता था-
22.
महर्षि पतंजलि एवं तपोमूर्ति गुरुदेव दोनों ही हमें धीरे-धीरे, कदम-दर बड़े ही धीरज के साथ, हमारी उँगली पकड़ कर चेतना के शिखरों की ओर ले जाते हैं।
23.
आज फिर उन्हें दुकान के मालिक के बीस साल के नौजवान बेटे से देर से आने बार गालियाँ खानी थी जो खुद बचपन में उनके सँग उँगली पकड़ कर दुकान से घर जाता था।
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आज फिर उन्हें दुकान के मालिक के बीस साल के नौजवान बेटे से देर से आने बार गालियाँ खानी थी जो खुद बचपन में उनके सँग उँगली पकड़ कर दुकान से घर जाता था।
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आज फिर उन्हें दुकान के मालिक के बीस साल के नौजवान बेटे से देर से आने बार गालियाँ खानी थी जो खुद बचपन में उनके सँग उँगली पकड़ कर दुकान से घर जाता था।
26.
ओफ! चिल्की गिलास की कहानी के बगैर मुझे छोड़ने नहीं वाली थी! मैं उसे बार बार भुलावे में डालने की कोशिश करती थीं पर वह मेरी उँगली पकड़ कर मुझे फिर गिलास तक ले आती थी।
27.
यह वही गायत्री परिवार है, जिसका हर सदस्य हमें पिता के रूप में, उँगली पकड़ कर चलाने वाले मार्गदर्शक के रूप में, घर परिवार और मन की समस्याओं को सुलझाने वाले चिकित्सक के रूप में देखता आया है।
28.
मगर एक दिन रोटी-दाल के दर्शन न हों, तो फिर देखिए, क्या हाल होता है! पिता के दर्शन कभी-कभी शाम सवेरे हो जाते है, वह बच्चेको उछालता है, दुलारता है, कभी गोद में लेकर या उँगली पकड़ कर सैर करानेले जाता है और बस, यही उसके कर्तव्य की इति है.
29.
लेकिन मेरे और कितने होनहार बेटे थे जिन्होंने हाथों हाथ मेरी बेटी की सुरक्षा की जिम्मेदारी उठा ली, उन्होंने उसे उँगली पकड़ कर चलना सिखाया, गिर कर उठना और उठ कर सम्हलना सिखाया, मैं थोड़ी निश्चिन्त हुई मेरी बेटी स्वतन्त्रता अब काबिल हाथों में है अब कोई उसका बाल भी बाँका नहीं कर सकेगा!
30.
प्लेटफार्म धीरे-धीरे पीछे छूट रहा था और इस शहर से जुड़ी स्मृतियाँ हर कदम उसकी उँगली पकड़ कर खड़ी हो जा रही थी-माड़ीपुर रेलवे क्रासिंग, कालेज से आते-जाते अक्सर यह बंद ही मिलता था और वह लड़कों की तरह बैरियर के नीचे से साइकिल ले कर निकल जाती थी-स्कूल-कालेज की छोटी-बड़ी और कई यादें उसके सोच का सिरा थामे उसके साथ पटरी पर दौड़ रही थीं-अब तक उसे पता ही नहीं चला था कि इस शहर के चप्पे-चप्पे से इतना जुड़ी है वह...