हर मन उत्साह से भरा हुआ, हर आंख अग्रिम वर्ष की कल्पनाशीलता पर टिकी हुई और हर चरण स्फूर्ति से भरा हुआ प्रतीत होता है।
22.
उदाहरणस्वरुप, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल काफी मजबूत का होता है, तो वह बहुत तीव्र, उत्साह से भरा हुआ तथा सक्रिय होता है।
23.
ब्लॉगिंग के उत्साह से भरा हुआ ब्लॉगर तो उनके इशारे से ही सारी बात समझ लेता है और फिर अपनी टिप्पणी में समझाने की कोशिश भी करता है मगर इशारे में ही।
24.
कहने का तात्पर्य यह है कि यदि हमारा मन उत्साह से भरा हुआ है, हममें कुछ करने की क्षमता है तो हमारे शरीर पर किसी भी प्रकार का कोई भी सर नहीं पड़ने वाला है।
25.
उस पहली मुलाकात के बाद उपाध्याय जी से जब भी मिलना हुआ है, और जब से मैं दिल्ली आ गयी हूँ, तब से तो अक्सर मिलना हुआ है, मैंने इन्हें हमेशा सक्रिय और उत्साह से भरा हुआ पाया है।
26.
टेलीविज़न पर जॉर्ज बुश और जॉन केरी के पीछे नारे लगाते लोगों की झलक लेकर उत्साह से भरा हुआ कोई अगर अमरीका आ जाए तो उसे निश्चित तौर पर अफ़सोस होगा और उसे बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाने की याद आ जाएगी.
27.
विवाह के कारण हर वर्ग का व्यक्ति चाहे वह कपड़े का व्यापारी हो या खाने पीने की वस्तुओं का व्यापारी, दूध दही बेचने वाला हो या सब्जी वाला सब कोई इस सावे में अपने आप को खुष व उत्साह से भरा हुआ महसूस करता है।
28.
हास्यास्पद सुहावना उत्साह से भरा हुआ फल जैसा चमकदार झिलमिलाता हुआ यीस्टयुक्त इक्का नैतिक दृष्टि से उचित मोहित स्फुलित चटपटा झिलमिलाहट खमीर के समान गुस्से से पागल झक्की फल का जोश और उल्लास से युक्त काष्ठफलों के स्वाद वाला सठियाया हुआ काष्ठफलों के स्वाद वाला पुदीने की जाति का पौधा क्षुधावर्धक मसालेदार खाद्य बच्चों की गाड़ी फटा हुआ पागल यीस्ट के समान
29.
प्रभु बाला जी को शिला रूप में ग्रहण करते ही राघव पुरी को एहसास हुआ कि यह तो कोई विशेष शिला है क्योंकि इस शिला का वजन इसके आकर के अनुरूप ना हो कर कई गुणा ज़्यादा है| अत: उसने अपने दोनों हाथों में बड़े ही आदरपूर्वक शिला रूपी श्री बाला जी महाराज को ग्रहण किया और उत्साह से भरा हुआ अपने पिता भक्त श्री अजय पुरी जी को पुकारने लगा|
30.
झटपट तैयार होकर मैं पहुंची और लगातार दस घंटे परीक्षार्थियों की हाईट, चेस्ट नपवाते नपवाते कब अँधेरा हो गया कुछ पता न चला! इस दौरान एक सेकंड की फुर्सत नहीं थी! जब घर पहुंची तो थक कर चूर हो चुकी थी! और सुबह की निराशा का अंश मात्र भी शेष नहीं था! और मैंने खुद को हमेशा की तरह खुश और उत्साह से भरा हुआ पाया!