| 21. | उफ! ज्वलित कितना गरलमय व्यंग है?
|
| 22. | उफ, कैसी शर्म की बात है.
|
| 23. | सितंबर माह की लड़कियां, उफ भगवान बचाएं इनसे।
|
| 24. | और अगर सर्दी की बात करें तो उफ!
|
| 25. | मुरली चंग बजत उफ न्यारो, संग जुवति ब्रजनारी।
|
| 26. | उफ … ऊई … फिर हाँ मैं..
|
| 27. | उफ, क्या मैं कभी चैन से सो सकूंगी
|
| 28. | उफ..टीम इंडिया को तीसरे टेस्ट से पहले कर...
|
| 29. | उफ... कितने शर्म की बात है...
|
| 30. | उफ, कलाकारों की ये जल्दबाजी!20 अप्रैल, 2012
|