रात्रि के मध्यवर्ती दो प्रहरों में ऊंचे स्वर से मत बोलो, क्योंकि यह समय प्राय ; विश्राम एवं नींद का होता है।
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और ऐसा हो कि जब वे नरसिंगे देर तक फूंकते रहें, और तुम तुरही-नाद सुनो तब सब लोग ऊंचे स्वर से जयजयकार करें।
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और ऐसा हुआ कि जब लोगों ने तुरही की ध्वनि सुनी तब उन्होंने ऊंचे स्वर से जयजयकार किया और शहरपनाह नींव से गिर पड़ी... ”
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फिट। विदू.: (बड़े क्रोध से ऊंचे स्वर से) ऐसे दरबार को दूर ही से नमस्कार करना चाहिए जहाँ लौंडियां पण्डितों के मुंह आवैं।
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शुक्रवार के दिन निर्दोष होते हुए भी ईसा को क्रूस पर चढ़ाया गया, जहां उन्होंने ऊंचे स्वर से पुकारकर कहा, हे पिता! मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ।
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शुक्रवार के दिन निर्दोष होते हुए भी ईसा को क्रूस पर चढ़ाया गया, जहां उन्होंने ऊंचे स्वर से पुकार कर कहा, 'हे पिता! मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूं।
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सहसा ऊपर से दिलावर खां ने ऊंचे स्वर से पुकारकर कहा-‘ ' दुर्गादास! अगर महासिंह की जान बचाना चाहते हो, तो अभी अपनी सेना किले से बाहर ले जाओ।
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11 परन्तु जितने तुझ पर भरोसा रखते हैं वे सब आनन्द करें, वे सर्वदा ऊंचे स्वर से गाते रहें; क्योंकि तू उनकी रक्षा करता है, और जो तेरे नाम के प्रेमी हैं तुझ में प्रफुल्लित हों।
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वे प्रतिदिन उषाकाल में ही नाम ले-लेकर एक-दूसरी सखी को पुकार लेतीं और परस्पर हाथ में हाथ डालकर ऊंचे स्वर से भगवान श्रीकृष्ण की लीला तथा नामों का गान करती हुई यमुनाजल में स्नान करने के लिए जातीं।
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“ हम तुम किसानों की अपेक्षा अधिक कठोर काम करते हैं. '' सर्वेक्षक बोला. ‘‘ आह! लेकिन किसानों के काम की तुलना आपके काम से नहीं की जा सकती. ” तोल्स्तोय बोले. किसान ने ऊंचे स्वर से अनुमोदन किया, लेकिन सर्वेक्षक ने तोल्स्तोय के दावे का खण्डन किया.