ऊर्जा विज्ञान ऊर्जा (बिजली ऊर्जा विज्ञान, केंद्रीय-ized गर्मी की आपूर्ति, खनिज ईंधन के संसाधनों, प्राकृतिक गैस, कोयला और स्थानीय ईंधन के रूप में भी के interrelated क्षेत्रों को शामिल किया गया [+]
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यांत्रिकी के विषय क्षेत्र इंजीनियरिंग के क्षेत्र में शिक्षण और तरल पदार्थ और ऊर्जा विज्ञान के यांत्रिकी, संरचना और सामग्री के इंजीनियरिंग, ध्वनिकी, रोबोटिक्स, औद्योगिक स्वचालन या सिविल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विशेष रूप से, प्रदान करता है.
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ऊर्जा विज्ञान विषय में पहले स्थान पर टीआईटी स्कूल के विद्यार्थी द्वारा बनाया गया गौड़ पार्टी क्लिस मॉडल को, दूसरा नंद गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थी द्वारा बनाया गया डीसी जनरेटर मॉडल व तीसरे स्थान पर धारेडू के रमन को सोलर ऊर्जा मॉडल को तीसरा स्थान दिया गया।
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The अध्ययन कार्यक्रम की खपत मोर्चे छोटे और मध्यम पैमाने पर ऊर्जा उत्पादों के विनिर्माण और प्रसंस्करण की कंपनियों के साथ ही स्थापना में शामिल निपटने कंपनियों में रोजगार के लिए ऊर्जा विज्ञान के विशेषज्ञों को प्रशिक्षित करने के लिए निर्देश दिया है बिजली और अक्षय ऊर्जा स्रोतों, गर्मी उत्पादन और आपूर्ति की.... [-]
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एक गुरु अपने दो यांत्रिकी विशेषज्ञता के एक या दूसरे में इंजीनियरिंग विज्ञान (sdi) में तरल पदार्थ, ऊर्जा विज्ञान और पर्यावरण (यूके) और यांत्रिकी और सामग्री और संरचनाओं (एमआईएस) के यांत्रिकी. इन अध्ययनों से यह भी छात्रों के एक इंजीनियरिंग स्कूल में शामिल होने के लिए अनुमति दे सकते हैं.
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Energetics निकासी के लिए में हो जाती थी कंपनियों और उपकरणों के शामिल हैं जो ऊर्जा (बिजली ऊर्जा विज्ञान, केंद्रीय-ized गर्मी की आपूर्ति, खनिज ईंधन के संसाधनों, प्राकृतिक गैस, कोयला और स्थानीय ईंधन के रूप में अच्छी तरह के रूप में अक्षय ऊर्जा संसाधनों) के interrelated क्षेत्रों, उत्पादन को शामिल किया गया, परिवर्तन, स्थानांतरण, वितरण और विभिन्न ऊर्जा resources.
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जिसे आज के वैज्ञानिक परमाणु कहते हैं | उसे हमारे ही नहीं-ईसाइयों व मुसलमानों के पूर्वज भी ब्रह्म कहते थे | आज का परमाणु ऊर्जा विज्ञान निर्जीव परमाणु ऊर्जा विज्ञान है | जब कि हमारे पूर्वजों का विज्ञान जैविक परमाणुओं के भेदन पर आधारित था | हमारा ज्ञान और विज्ञान आज के जड़ परमाणु उर्जा से अत्यधिक विकसित था | आज की परमाणु उर्जा जड़ परमाणुओं के भेदन पर आश्रित है |
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जिसे आज के वैज्ञानिक परमाणु कहते हैं | उसे हमारे ही नहीं-ईसाइयों व मुसलमानों के पूर्वज भी ब्रह्म कहते थे | आज का परमाणु ऊर्जा विज्ञान निर्जीव परमाणु ऊर्जा विज्ञान है | जब कि हमारे पूर्वजों का विज्ञान जैविक परमाणुओं के भेदन पर आधारित था | हमारा ज्ञान और विज्ञान आज के जड़ परमाणु उर्जा से अत्यधिक विकसित था | आज की परमाणु उर्जा जड़ परमाणुओं के भेदन पर आश्रित है |