उसे माया के प्रपंचों से परिचित कराना, उसके पितृ ऋण मोचन में सहायक होना, उसके जीवन को पूर्णता प्रदान करके सृष्टि यज्ञ चलाना, जीवन के उत्तर काल में शान्ति में स्थित रहना तथा शक्तिमान को शक्ति के चंगुल से बाहर निकालकर मोक्ष मार्ग पर चढ़ाना।
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ऋण मोचन गणपतिः-कोई पुराना ऋण, जिसे चुकता करने की स्थिति में न हों, घर-परिवार में दरिद्रता, ऋण का तांडव हो, ऐसे व्यक्तियों को ऋण मोचन गणपति, ऋणत्रय विमोचनाय नमः जैसे मंत्र से उत्कीर्ण कराकर घर में लगाना चाहिए तथा उसकी नियमित रूप से विधि-विधानपूर्वक पूजा करनी चाहिए।
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ऋण मोचन गणपतिः-कोई पुराना ऋण, जिसे चुकता करने की स्थिति में न हों, घर-परिवार में दरिद्रता, ऋण का तांडव हो, ऐसे व्यक्तियों को ऋण मोचन गणपति, ऋणत्रय विमोचनाय नमः जैसे मंत्र से उत्कीर्ण कराकर घर में लगाना चाहिए तथा उसकी नियमित रूप से विधि-विधानपूर्वक पूजा करनी चाहिए।
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उसे माया के प्रपंचों से परिचित कराना, उसके पितृ ऋण मोचन में सहायक होना, उसके जीवन को पूर्णता प्रदान करके सृष्टि यज्ञ चलाना, जीवन के उत्तर काल में शान्ति में स्थित रहना तथा शक्तिमान को शक्ति के चंगुल से बाहर निकालकर मोक्ष मार्ग पर चढ़ाना।
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इस पवित्र धाम पर स्थित कपाल मोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर व सूरज कुण्ड में विभिन्न प्रांतों से आए अलग-अलग धर्मो एवं जातियों के श्रद्घालुओं ने 20 नवम्बर की रात्रि को 12 बजे के उपरांत शुरू हुई कार्तिक मास की पूर्णिमा के अवसर पर मुख्य स्नान आरम्भ किया।
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इस वर्ष इस मेले का आयोजन 21से 24नवंबर तक किया जा रहा है और 24नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर देश के विभिन्न भागों व विभिन्न प्रांतों से मेले में आने वाले विभिन्न धर्मोके लाखों श्रद्धालु कपाल मोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर और सूरज कुंड में स्नान कर पुण्य के भागी बनेंगे।
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8 से 10 नवम्बर तक होगा कपालमोचन मेले का आयोजन यमुनानगर कुलदीप सैनी महार्षि वेद व्यास की कर्म स्थली बिलासपुर के विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक एवं प्राचीन तीर्थ स्थल कपालमोचन मेले का आयोजन इस वर्ष 8 से 10 नवम्बर तक होगा और 10 नवम्बर को कार्तिक के अवसर पर यहां स्थित कपालमोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर व सूरज कूंड सरोवर में लाखों की संख्या में लोग स्नान कर पुण्य के भागी बनेंगे।
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स्थापित परम्परा के अनुसार कपाल मोचन सरोवर से स्नान शुरू कर श्रद्घालु क्रमश: ऋण मोचन सरोवर व सूरज कुण्ड सरोवर में स्नान करते है और जो लोग अपने सभी इहलौकिक और पारलौकिक पापों से मुक्ति चाहते हैं, वे पांच दिन पहले ही यहां आकर और प्रतिदिन इसी क्रमानुसार स्नान कर पुण्य लाभ कमाते है, क्योंकि पुराणों तथा अन्य धार्मिक ग्रंथों में लिखा गया है कि इन पवित्र सरोवरों में स्नान करने से तीनों लोकों के पापों से मुक्ति मिलती है।