| 21. | जर्मन रसायनज्ञ पीटर ग्रीस (Peter Griess) ने 1858 ई0 में सर्वप्रथम ऐरोमैटिक डायज़ो यौगिकों का पता लगाया था।
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| 22. | रासायनिक, रूप से फरफुरल की सभी रासायनिक क्रियायें अन्य एल्डिहाइड और अन्य ऐरोमैटिक यौगिकों के समान होती हैं.
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| 23. | क्विनोन ऐरोमैटिक यौगिक का समूह जिनमें बेंजीन नाभिक में दो हाइड्रोजनों के स्थान पर ऑक्सीजन परमाणु पाए जाते हैं।
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| 24. | क्विनोन ऐरोमैटिक यौगिक का समूह जिनमें बेंजीन नाभिक में दो हाइड्रोजनों के स्थान पर ऑक्सीजन परमाणु पाए जाते हैं।
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| 25. | इस प्रकार के अनुनादी गुणों के कारण ऐरोमैटिक नाभिक (जैसा बेन्ज़ीन में है) ऐलिफैटिक की अपेक्षा भिन्न समझे जाते हैं।
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| 26. | इस प्रकार के अनुनादी गुणों के कारण ऐरोमैटिक नाभिक (जैसा बेन्ज़ीन में है) ऐलिफैटिक की अपेक्षा भिन्न समझे जाते हैं।
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| 27. | ऐरोमैटिक डायज़ो यौगिकों के संघटन के संबंध में ब्लॉमस्ट्रैंड (Blomstrand) ने जो सूत्र प्रस्तावित किया था, वह आज भी सर्वमान्य है।
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| 28. | ने यह देखा कि ऐरोमैटिक ऐमिनो नाइट्रस अम्ल का प्रभाव उससे भिन्न है जो ऐलिफैटिक ऐमिनो पर साधारणतया देखा जाता है।
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| 29. | इस प्रकार के अनुनादी गुणों के कारण ऐरोमैटिक नाभिक (जैसा बेन्ज़ीन में है) ऐलिफैटिक की अपेक्षा भिन्न समझे जाते हैं।
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| 30. | कार्बनिक क्रिस्टलीय प्रतिदीपकों के सिद्धांत == ऐसे प्रतिदीपक ऐरोमैटिक हाइड्रोकार्बन होते हैं जिनके अणुओं की संरचना में बेंजीन के वलय रहते हैं।
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