जनता का मोह तभी भंग होना शुरू हो गया जब रेड्डी बंधुओं ने, खनन माफिया ने कर्नाटक की अपार सम्पदा को अपने कब्जे में करना आरम्भ किया था.
22.
खनिज कॉर्पोरेशनों द्वारा जमीन कब्जाना या इजरायली राज्य द्वारा फिलिस्तीनी भूमि को कब्जे में करना, ऐसी बातें फुटनोट्स बन जाती हैं जिनका विमर्श से बहुत थोड़ा संबंध होता है।
23.
कोई भी अपने कामो से सम्मान पाता है टी एन ने स्वार्थ को ऊपर रख कर पत्रकारिता की और इसीलिए वो उन अधिकारियों के सामने तन कर खड़े हैं जो किसी भी पत्रकार को किसी भी तरह से अपने कब्जे में करना चाहते हैं,
24.
यह स्थिति उन प्रत्याशियों को रास नही आ रही है जो धन व बाहुबल की बदौलत चुनाव को अपने कब्जे में करना चाहते हैं, लेकिन उन प्रत्याशियों के चेहरे खिले हुए हैं जो धनाभाव व बड़े प्रत्याशियों के प्रभाव के कारण प्रचार में पिछड़ जाते थे।
25.
अफगानिस्तान में तालिबान शासन के द्वारा जो शक्ति-प्रदर्शन किया जा रहा था, उसकी क्षमता को निकट से देखते हुए यह निष्कर्ष निकलता है कि इसलाम का कोई तत्त्व शक्ति-प्रदर्शन को प्रेरित नहीं कर रहा था, बल्कि इसका उद्देश्य इसलामवादियों द्वारा पूरे मध्य एशिया को कब्जे में करना था।
26.
और 1979 के बाद डेंग जियोपिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी के जरीये पीपुल्स रिपब्लिक को संवारने का जो सपना देखा, उसमें दुनिया के लिये चीन को सबसे बडे कारखाने में बदलना था और इसमें चीन के ऐसे नये तीस करोड़ मजदूर थे जो खेती से दूर उत्पादन के जरीये विश्व बाजार को अपने कब्जे में करना चाहते थे।
27.
और 1979 के बाद डेंग जियोपिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी के जरीये पीपुल्स रिपब्लिक को संवारने का जो सपना देखा, उसमें दुनिया के लिये चीन को सबसे बडे कारखाने में बदलना था और इसमें चीन के ऐसे नये तीस करोड़ मजदूर थे जो खेती से दूर उत्पादन के जरीये विश्व बाजार को अपने कब्जे में करना चाहते थे।
28.
? और सांसारिक समस्त भोगों के साधनों को जुटाने का एकमात्र साधन तो “ धन ” ही है, तो व्यक्ति को आत्मकेंद्रित कर, निकृष्ट प्रतिस्पर्धा (जिसमे कोई किसी का संगी नहीं, प्रतियोगी है जिसके हाथ से अवसर लूट अपने कब्जे में करना ही सक्सेसफुल मैनेजर होने की शर्त है) में लगा, उप्भोग्तावादी संस्कृति को मजबूती देता बाज़ार फलता फूलता जा रहा है,
29.
व्यक्ति जबतक यह न माने कि जीवन और शरीर इन्द्रिय भोग के लिए ही मिला है, भोग की और उन्मुख कैसे होगा..? और सांसारिक समस्त भोगों के साधनों को जुटाने का एकमात्र साधन तो “धन” ही है, तो व्यक्ति को आत्मकेंद्रित कर, निकृष्ट प्रतिस्पर्धा(जिसमे कोई किसी का संगी नहीं,प्रतियोगी है जिसके हाथ से अवसर लूट अपने कब्जे में करना ही सक्सेसफुल मैनेजर होने की शर्त है) में लगा,उप्भोग्तावादी संस्कृति को मजबूती देता बाज़ार फलता फूलता जा रहा है,