आक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय मे राजकुमार चार्ल्स ने कहा कि संसार मे global warming रुहानी विश्वास मे कमी के कारण है, इसके लिए सिर्फ बढ़ती आबादी को ही ज़िम्मेदार नही ठहराया जा सकता ।
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यदि आप धर्म की बात करोगे तो आपको सबसे पहले सांप्रदायिक कह कर सम्बोधित किया जायेगा l आजकल हम धर्म में जो विसंगतिया देख रहे है वो विद्या की कमी के कारण है.
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अपना मन बना लिया था मेरे लिए समय था कि मैं शेयर उपयोग के लिए कुछ छवियों को प्रस्तुत की और वे एकमुश्त अस्वीकार कर दिया गया है गुणवत्ता की कमी के कारण है.
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चावल उत्पादन में कमी की आशंका धान बुवाई के रकबे में कमी के कारण है जो पिछले वर्ष की समान अवधि के 3. 79 करोड़ हेक्टेयर के मुकाबले इस बार अभी तक 3.62 करोड़ हेक्टेयर है।
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एक बात यहां याद रखने की है सामाजिक मुद्दों पर धार्मिक ज्ञानियों को बोलना ही नहीं चाहिये क्योंकि अगर समाज गलत रास्ते पर है तो वह अध्यात्मिक ज्ञान की कमी के कारण है पर इसका अर्थ यह कदापि नहीं है कि वह उससे शून्य है।
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के एक शहर में हर दिन पसीना के पास जाना चाहिए, और अगर हम यहाँ हैं हमारे शहरों में अवसरों और अपने साथी के रूप में भी अगर आप सब दर्द नहीं हैं, क्योंकि कई कार्यालय की कमी के कारण है और हम महान कई करने जा रहे हैं
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यह जगह छपने के वीर उपचार है, लगभग खाली बटुए में भी गरिमा बनाए रखने के लिए, सब कुछ के बावजूद एक दूसरे से प्यार और दुकान खिड़कियों में उसकी परछाई को एक मुस्कान देने के लिए भले ही स्टोर करने के लिए जाने की अनुमति दी क्रेडिट की कमी के कारण है.
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परन्तु भाषा का स्तर घटा है. १०-प्रश्न-संविधान की आठवीं सूची में क्षेत्रीय भाषा मैथिली ने स्थान पा लिया है, भोजपुरी ने नहीं, क्या ऐसा सरकारी योगदान की कमी के कारण है?उत्तर-सरकारी योगदान का अभाव तो है, पर मेरा ऐसा मानना है कि मुख्य कारण भाषा का पूर्णरूपेण परिष्कृत न होना ही है..
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सँस्कृति या भाषा का काम बिना किसी फल की कामना के बिना करना आशान नही है, यह निरन्तर साधना है | यह गीता का सबसे महत्वपुर्ण सन्देश है | इसी लगाव की कमी के कारण है सोफ्टवेर मे अग्रित भारत देश कि मातृभाषा का कम्पूटर के रोजाना कामो मे नगण्य उपयोग हो रहा है | इस सन्दर्भ मे हम देखेगे तो अन्दाजा होगा कि श्री देवेन्द्र जी और उनके कार्यकर्ताओ द्वारा हिन्दी उ.स.ए. का कार्य कितना सराहनीय है |
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सँस्कृति या भाषा का काम बिना किसी फल की कामना के बिना करना आशान नही है, यह निरन्तर साधना है | यह गीता का सबसे महत्वपुर्ण सन्देश है | इसी लगाव की कमी के कारण है सोफ्टवेर मे अग्रित भारत देश कि मातृभाषा का कम्पूटर के रोजाना कामो मे नगण्य उपयोग हो रहा है | इस सन्दर्भ मे हम देखेगे तो अन्दाजा होगा कि श्री देवेन्द्र जी और उनके कार्यकर्ताओ द्वारा हिन्दी उ.स.ए. का कार्य कितना सराहनीय है |