राजभाषा विभाग-http: //rajbhasha.nic.in/ राजभाषा विभाग, भारत सरकार का जालपृष्ठ कम्पनी कार्य विभाग-http://www.mca.gov.in/ भारत सरकार के विधि, न्याय और कम्पनी कार्य मंत्रालय के कम्पनी कार्य विभाग का जालस्थल।
22.
राजभाषा विभाग-http: //rajbhasha.nic.in/ राजभाषा विभाग, भारत सरकार का जालपृष्ठ कम्पनी कार्य विभाग-http://www.mca.gov.in/ भारत सरकार के विधि, न्याय और कम्पनी कार्य मंत्रालय के कम्पनी कार्य विभाग का जालस्थल।
23.
इस वेब आधारित ई-गवर्नेंस कार्यक्रम से आप कम्पनी कार्य मंत्रालय द्वारा संचालित रजिस्ट्रार आफ कम्पनीज़ के साथ होने वाले अधिकतर कार्य अपने कम्प्यूटर से दफ्तर से या घर बैठे ही कर पायेंगे
24.
दिसम्बर 2002 को विपक्षी कम्पनी कार्य से फैजाबाद से 30 किलोमीटर गोसांईगंज में था जब वह फैजाबाद वापस आया तो प्रार्थिनी इलाहाबाद जाने की जिद करने लगी, मना करने के बावजूद भी प्रार्थिनी इलाहाबाद चली गयी जिससे विपक्षी को मानसिक पीड़ा हुआ।
25.
कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय, जिसे पहले वित्त मंत्रालय के तहत कम्पनी कार्य विभाग के नाम से जाना जाता था मुख्यालय कम्पनी अधिनियम, 1956 अन्य सम्बद्ध अधिनियमों एवं उनके तहत बनाए गए नियमों तथा विनियमों के प्रशासन से जुड़ा है ताकि कानून के अनुसार कॉर्पोरेट क्षेत्र के कार्यकरण को विनियमित किया जा सके।
26.
कम्पनी कार्य मंत्रालय जो पहले वित्त मंत्रालय के अधीन कम्पनी कार्य विभाग के रूप में जाना जाता था का प्राथमिक कार्य कम्पनी अधिनियम, 1956 का प्रशासन है, अन्य अधीनस्थ अधिनियम और नियम एवं विनियम जो उसके अधीन बनाए गए हैं कानून के अनुसार कारपोरेट क्षेत्र के कार्यों को विनियमित करने के लिए।
27.
कम्पनी कार्य मंत्रालय जो पहले वित्त मंत्रालय के अधीन कम्पनी कार्य विभाग के रूप में जाना जाता था का प्राथमिक कार्य कम्पनी अधिनियम, 1956 का प्रशासन है, अन्य अधीनस्थ अधिनियम और नियम एवं विनियम जो उसके अधीन बनाए गए हैं कानून के अनुसार कारपोरेट क्षेत्र के कार्यों को विनियमित करने के लिए।
28.
जी परंतु उपरोक्त विषय “स्पैम रोधी प्रणाली” में मेरे एक मित्र के कथन के अनुसार ज्यादातर कम्पनी स्वयं ही अपने ग्राहकों की वेबसाइट पर चोरी छुपे स्पैम भेजते रहते हैं ताकि ग्राहकों को उनकी आवश्यकता एंवम अहमियत महसूस होती रहे, “जो कि स्वयं एक नामचीन एण्टी वायरस कम्पनी कार्य कर चुके हैं।
29.
इसमें निम्नलिखित से संबंधित प्रावधान होते हैं:-कम्पनी का गठन, निदेशकों और प्रबंधकों की शक्ति और जिम्मेदारियां, पूंजी जुटाना, कम्पनी की बैठक आयोजित करना, कम्पनी के लेखों का अनुरक्षण और लेखा परीक्षा, कम्पनी कार्य के निरीक्षण और अन्वेषण संबंधी शक्तियां, कम्पनी का पुनर्गठन और सम्मेलन और यहां तक कि कम्पनी का बंद करना।
30.
माननीय न्यायालय ने जिन 6 बिन्दुओं पर कार्य करने के निर्देश पुलिस व वन विभाग को दिये हैं, उनमें एसएएफ की कम्पनी दो वीक में तैनात करने, मरैना एसपी-सीसीएफ के अधीन एसएएफ की कम्पनी कार्य करेगी, चंबल पुल के पास लगाये जायेंगें जवान जहां से रेत का खनन हो रहा है उन जगहों को खत्म किया जायेगा, नदी से आने वाले रास्तों को ट्रंच खोदकर बंद किया जायेगा, पुलिस एसएएफ व वन विभाग के लोग खनन करने वालों को चिन्हित करेंगें।