सरल भाषा का प्रयोग करें-सरल अंग्रेजी में लेख लिखें और कर्मवाच्य का उपयोग करने से बचें.
22.
कर्मवाच्य-क्रिया के जिस रूप से वाक्य का उद्देश्य ‘ कर्म ' प्रधान हो उसे कर्मवाच्य कहते हैं।
23.
कर्मवाच्य और भाववाचक क्रियापद सामान्य हैं (उदाहरण, लिख-इज-ए, अर्थात ' लिखा जा सकता है ') ।
24.
वाच्य परिवर्तन 1. कर्तृवाच्य से कर्मवाच्य बनाना-(1) कर्तृवाच्य की क्रिया को सामान्य भूतकाल में बदलना चाहिए।
25.
अंग्रेज़ी के साथ सम्पर्क के फलस्वरूप उड़िया भाषा में असाक्षात्कथन, सम्बन्धसूचक उपवाक्य और कर्मवाच्य वाक्य-विन्यास जैसी कुछ व्याकरणीय विशेषताएँ शामिल हो गईं।
26.
कर्मवाच्य (सं.) [सं-स्त्री.] (व्याकरण) क्रिया की दृष्टि से वाक्य का वह रूप जिसमें कर्म की प्रधानता हो।
27.
अधिकांश मायनों में कश्मीरी भाषा की वाक्य-संरचना भारतीय आर्य भाषाओं के समान है, जैसे कर्मवाच्य की रचना में, कर्ता-क्रिया सामंजस्य में और एरगैटिव कारक।
28.
कर्मवाच्य प्राय: धातु में-इज-या-ईज (प्राकृत अज्ज) जोड़कर बनता है, जैसे मारिजे (मारा जाता है), पिटिजनु (पीटा जाना); अथवा हिंदी की तरह वञणु (जाना) के साथ संयुक्त क्रिया बनाकर प्रयुक्त होता है, जैसे माओ वर्ञ थो (मारा जाता है)।
29.
सरल और आसान भाषा में लिखे. कर्मवाच्य ना बने. छोटी (मगर पूरी) रिपोर्ट लिखे. अपनी रिपोर्ट संगठित करे रूपरेखा और उपशीर्षक का इस्तेमाल करके. अंतिम रिपोर्ट से पहले कई प्रारूप लिखे.
30.
कर्मवाच्य की तुलना कई बार, सांख्यिकी की तरह, कई बार स्नान करने के बिकिनी सूट से की गयी है (जो वोह दिखता है वोह दिलचस्प है, पर जो वेह चिपटा है वोह महत्वपूर्ण है)