| 21. | दूसरा प्रयोगः थूहर का दूध या कार्बोलिक एसिड सावधानी पूर्वक लगाने से मसे निकल जाते हैं।
|
| 22. | उत्पादन रिकॉर्ड-मैंथा उत्पादों में मंदे का दलदल-सिट्रिक-टार्टारिक एसिड एवं फिनोल कार्बोलिक एसिड टूटे
|
| 23. | कार्बोलिक साबुन का उपयोग त्वचा रोगों के इलाज में तथा जीवाणुनाशक के रूप में किया जाता है।
|
| 24. | कार्बोलिक लोशन या सोड़ा घुले हुए गर्म पानी में कपड़ा भिगोकर इसे जले हुए स्थान पर रखें।
|
| 25. | कार्बोलिक साबुन का उपयोग त्वचा रोगों के इलाज में तथा जीवाणुनाशक के रूप में किया जाता है।
|
| 26. | औषधि के 20 से 25 प्रतिशत घोल की जीवाणुनाशी क्षमता कार्बोलिक अम्ल से दो गुनी है ।
|
| 27. | कार्बोलिक साबुन का उपयोग त्वचा रोगों के इलाज में तथा जीवाणुनाशक के रूप में किया जाता है।
|
| 28. | कार्बोलिक अम्ल: विलेय सल्फेट का सेवन, हलके ऐल्कोहल, कच्चे अंडे या आटे के पानी का सेवन।
|
| 29. | 14 अगस्त, 1941 के दिन उन्हें बाएँ हाथ में कार्बोलिक एसिड का इंजेक्शन देकर मार दिया गया.
|
| 30. | १ २) थूहर का दूध या कार्बोलिक एसीड मस्सों पर लगाना कारगर चिक्त्सा मानी गई है।
|