| 21. | इसलिए जन्म-मृत्यु भी कभी न रुकने वाली काल-चक्र की परिणति है।
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| 22. | अर्थात काल-चक्र युग के अंत के निकट पहुँच गया है!
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| 23. | काल-चक्र उसके बाद भी चलता रहता है, ऐसा प्राचीन ज्ञानी कह गए...
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| 24. | क्या हमारी यही नियति है कि काल-चक्र के नीचे आकर पिसते रहें?
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| 25. | काल-चक्र को मोडेंगे शक्लें बदलेंगे, साथी मूक सुबह की, शाम की!
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| 26. | शायद बारम्बार, काल-चक्र के साथ विभिन्न रूपों में...)...
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| 27. | इसलिए काल-चक्र के परिभ्रमण में कई कठिनाइयाँ और समस्याएँ हल होती जाती हैं।
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| 28. | काल-चक्र उसके बाद भी चलता रहता है, ऐसा प्राचीन ज्ञानी कह गए...
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| 29. | प्राचीन हिन्दुओं ने इसका कारण अन्नत काल-चक्र में काल विशेष का प्रभाव जाना....
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| 30. | धैर्य टूटता काल-चक्र का, असगुन और अमंगल नित-पर्यावरण प्रदूषण की हर चेतावनी बिसार रहे.
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