उदाहरणार्थ किराया खरीद पद्धति के अन्तर्गत लेखांकन करते समय कुछ लेखाकार `परिसम्पत्ति अर्जित विधि ' (एसेज एक्वायर्ड मेथड) अपनाकर लेखा पुस्तकोंमें प्रविष्टियां करते हैं तो कुछ लेखाकार` कुल नकद प्रणाली' (टोटल कैशप्राइम मेथड) अपनाकर लेखा-पुस्तकों में प्रविष्टियाँ करते हैं.
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यदि आप सामान है कि आप किराया खरीद समझौते या आप अपने ऋण आवेदन पर झूठी सूचना को भरने पर बेचते हैं, अपने कार्यों के खाते में अदालत का ध्यान आकर्षित करने के लिए ले जाया जाएगा, कम नहीं.
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डिबेंचरों / बांडों/बकाया ऋणों और अग्रिमों का बही मूल्य, इसमें किराया खरीद और पट्टा वित्त जो उसी समूह की अनुषंगी/कंपनियों को दिया जाता है और उनमें जमा किया जाता है जो स्वामित्व की निधि से अधिक से अधिक 10 प्रतिशत होता है।
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लघु उद्योग (एसएसआई) एक औद्योगिक उपक्रम हैं जिसमें निवेश संयंत्र एवं मशीनरी में नियत परिसंपत्ति होती है चाहे उनकी धारित स्वामित्व के निबंधन पर हो या पट्टे या किराया खरीद पर हो एक करोड़ रुपए से अधिक नहीं होता है।
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लघु उद्योग (एसएसआई) एक औद्योगिक उपक्रम है जिसमें संयंत्र एवं मशीनरी, चाहे वह स् वामित् वाधीन धारित हो अथवा पट्टे या किराया खरीद पर हो, की नियत परिसम् पत्तियों में निवेश एक करोड़ से अधिक न हो।
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' ' लघु उद्योग '' वे यूनिटें होती है, जिसमें संयंत्र व मशीनरी, चाहे उसे स् वामित् व की शर्तों के अनुसार लीज् ड अथवा किराया खरीद के आधार पर धारित किया गया है, में चल संपत्तियों में किया गया
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यह संस् थाओं का विजातीय समूह है (वाणिज्यिक सहकारी बैंकों को छोड़कर) जो विभिन् न तरीकों से वित् तीय मध् यस् थता का कार्य करता है जैसे जमा स् वीकार करना ऋण और अग्रिम देना, पट्टा किराया खरीद आदि।
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स्थापित संयंत्र और मशीनरी की लागत में जिग्स, डाइयां, मोल्ड आदि उत्पादक उपकरणों की लागत सम्मिलित है, किंतु इसमें किराया खरीद करार के अंतर्गत स्थापित और खरीदे गए संयंत्र और मशीनरी के साथ-साथ सेकेंड हैंड संयंत्र और मशीनरी की लागत सम्मिलित नहीं है।
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ऋण कंपनी:-इसका अभिप्राय कोई भी वित्त संस्था, जिसका मुख्य व्यापार वित्त प्रदान करना र्है चाहे ऋण या अग्रिम देकर या अन्यथा किसी क्रियाकलाप के लिए अपने स्वयं के कार्यकलापों को छोड़कर (जिसमें उपकरण पट्टे पर देना या किराया खरीद कार्यकलाप शामिल नहीं हैं)
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लघु उद्योग (एसएसआई) एक औद्योगिक उपक्रम हैं जिसमें निवेश संयंत्र एवं मशीनरी में नियत परिसं पत्ति होती है चाहे उनकी धारित स् वामित् व के निबंधन पर हो या पट्टे या किराया खरीद पर हो एक करोड़ रुपए से अधिक नहीं होता है।