ओत प्रोत कर देना तात्पर्य होना कीचड़ से लथपथ मिचली पैदा करने वाला जल{रोधी} मूल्यहीन गेंद बाहर फेंकना आपत्तिजनक चापलूस बुरी तरह नियमोल्लंघन विकर्षण दयनीय निर्गन्ध अविवेकपूर्ण भयावह अर्थ होना कुपात्र मध्यस्थिति अनधिकारी गंदा करना
22.
वो कीचड़ सना नदी का किनारा वहीं कीचड़ से लथपथ बैठे नंग धड़ंग काले काले बच्चे जो जिन्दा तो इसलिए लगते क्योंकि हिलते डुलते थे चीखते चिल्लाते थे खाने के लिए शोर मचाते झगड़ते थे अन्यथा वे मरियल बीमार ज्यादा लगते।
23.
एक प्रोफेशनल की दृष्टि, वाणी और वस्त्र-सज्जा प्रोफेशनल जैसी होती है, जब कि एक शौकिया बोलने और देखने में बेढंगा, लापरवाह, और भावुक होता है, यहाँ तक कि वह कीचड़ से लथपथ भी हो सकता है।
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अज्ञात कन्या का मर्म (राष्ट्रीय कन्या दिवस विशेष) अज्ञात कन्या का मर्म भिनभिनाती मखियाँ कुलबुलाते कीडे सूँघते कुत्ते कचरादान के गर्भ मे कीचड़ से लथपथ फिर से पनपी एक नासमझ जिन्दा लाश छोटे-छोटे हाथों से मृत्यु देवी को धकेलती न जाने कहाँ से आया दुबले-पत...
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अज्ञात कन्या का मर्म (राष्ट्रीय कन्या दिवस विशेष) अज्ञात कन्या का मर्म भिनभिनाती मखियाँ कुलबुलाते कीडे सूँघते कुत्ते कचरादान के गर्भ मे कीचड़ से लथपथ फिर से पनपी एक नासमझ जिन्दा लाश छोटे-छोटे हाथों से मृत्यु देवी को धकेलती न जाने कहाँ से आया दुबले-पत
26.
घर लौटने तक मेरे सब कपड़े कीचड़ से लथपथ होते और दहलीज़ से अन्दर दाख़िल होते ही मुझे ताई की डाँट सुननी पड़ती थी, “ तू नहीं मानेगा कीचड़ से खेले बिना गधू (गधे का यह रूपान्तर उन्होंने मधु के वज़न पर कर रखा था) ।
27.
-वसुंधरा! तेरे शरीर पर झुर्रिया हैं अथवा दरार? होठों पर उफन रहा पाप! छटपट कर टूट रहे चट्टानी हाथ! धो-धो जाता है कौन बार-बार आँसू से कीचड़ से लथपथ इस पृथ्वी के पाँव? नदियों पर झुका हुआ काँपता है कौन: कवि अथवा सन्निपात?
28.
जब कि एक शौकिया मात्र अनुमान करता है कि किस कीआवश्यकता है और उसे क्या चाहिए? एक प्रोफेशनल की दृष्टि, वाणी और वस्त्र-सज्जा प्रोफेशनल जैसी होती है, जब कि एक शौकिया बोलने और देखने में बेढंगा, लापरवाह, और भावुक होता है, यहाँ तक कि वह कीचड़ से लथपथ भी हो सकता है।
29.
अब कल्पना कीजिए कि इतनी ही बड़ी तादाद में अपार्टमेंट में रहने, कार में घूमने और मोटी पगार पाने वाले एक नदी के किनारे कीचड़ से लथपथ उबड़खाबड़ तट पर जमा हों तो वहाँ का नज़ारा क्या होगा? ओह शि ट... आउच... हाउ मेनी पीपु ल... ओह इट्स सफ़ोकेटिं ग... डिस्गस्टिं ग...
30.
मंदिर में आप जूता पहनकर नहीं जा सकते, चाहे बाटा के डिब्बे को कार से निकालकर मंदिर के सामने ही खोलकर जूता पहिना हो, परंतु पानी और कीचड़ से लथपथ पैरों से मंदिर में घुसने पर कोई पंडा-पुजारी कैसे एतराज़ कर सकता है जब भगवान को स्नान कराने के नाम पर पूरे मंदिर में कीचड़ का साम्राज्य पुजारी ही फैलाता है।