विभिन्न कृषि पारिस्थितिकी क्षेत्रों के लिए जल एकत्रण क्षमता का आंकलन लिया गया, फार्म जलाशयों का डिजाइन तैयार किया गया और पूरक सिंचाई के लिए जल दक्ष फसली पद्धतियों की पहचान की गयी।
22.
• पारम्परिक और आधुनिक वैज्ञानिक ज्ञान का समन्वयन, औजार और विभिन्न कृषि पारिस्थितिकी और स्थितियों के अनुकूल उन्नत फसल किस्मों/संकरों के विकास के लिए विज्ञान की अद्यतन तकनीकें और दक्ष आर्थिक रूप से अनुकूल पर्यावरण हितैषी और टिकाऊ कृषि उत्पादन और सुरक्षा प्रौद्योगिकियां;
23.
किसान विद्यालय की परिकल्पना के पीछे मूल बात यह थी कि किसान जो प्रतिदिन खेती के प्रयोग में लगे रहतें हैं उनके ही अनुभवों के माध्यम से उनसे जैविक कृषि, कृषि पारिस्थितिकी, कृषि आर्थिकी और कृषि पर्यावरण की बात की जा सके।