इस दृष्टि से कैशोर अपराध (जुवेनाइल डेलिंक्वेंसी) को एक महत्वपूर्ण कानूनी, सामाजिक, नैतिक एवं मनोवैज्ञानिक समस्या के रूप में देखा जाने लगा है।
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लगभग 240 मिलीग्राम से 960 मिलीग्राम कैशोर गुग्गुल के साथ रास्ना एवं घी सुबह और शाम को सेवन करने से लकवे में फायदा मिलता है।
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किशोर अवस्था के बालकों द्वारा किए गए वे सभी व्यवहार जो कानूनी ही नहीं वरन् किसी भी दृष्टि से समाज तथा व्यक्ति के लिये अहितकर हों, कैशोर अपराध
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इस सब के बीच चार भाइयों और दो बहनों की सब से छोटी बहन मुनमुन बचपन से कैशौर्य और कैशोर से नवला होने के वय सोपान नापती जाती है।
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इस सब के बीच चार भाइयों और दो बहनों की सब से छोटी बहन मुनमुन बचपन से कैशौर्य और कैशोर से नवला होने के वय सोपान नापती जाती है।
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रोजाना दिन में 2 बार लगभग 360 मिलीग्राम से लगभग 960 मिलीग्राम कैशोर गुग्गुल लें और इसको रास्ना और घी के साथ मिलाकर खाने से उरुस्तम्भ ठीक हो जाता है।
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उस कैशोर सृजन ने कम से कम मुझे अच्छे शब्द, सटीक शब्द, उचित शब्द, शब्दों के बीच जो अर्थच्छटाएँ होती हैं-छवियां होती हैंऋ उनके प्रति मुझे जागरूक बनाया।
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किशोर अवस्था के बालकों द्वारा किए गए वे सभी व्यवहार जो कानूनी ही नहीं वरन् किसी भी दृष्टि से समाज तथा व्यक्ति के लिये अहितकर हों, कैशोर अपराध की सीमा में आते है।
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किशोर अवस्था के बालकों द्वारा किए गए वे सभी व्यवहार जो कानूनी ही नहीं वरन् किसी भी दृष्टि से समाज तथा व्यक्ति के लिये अहितकर हों, कैशोर अपराध की सीमा में आते है।
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निम्न औषधियां लीजिये-१. रास्नादि गुग्गुलु १ गोली + कैशोर गुग्गुलु १ गोली + पुनर्नवा मण्डूर १ गोली दिन में तीन बार एक चम्मच दशमूलारिष्ट + एक चम्मच पुनर्नवादि काढ़े के साथ लीजिये।