मैंने कुछ ऐसी वेबसाइटें देखी हैं, जहाँ यूनिकोड करैक्टरों को यूटिलिटी के द्वारा कोरेल ड्रॉ, फोटोशॉफ इत्यादि सॉफ्टवेयरों में किसी भी पुराने फॉन्टों (जैसे कृतिदेव, चाणक्या, शिवा इत्यादि) जैसा दिखाया जा सकता है, लेकिन फिलहाल यह यूटिलिटि रु 5000 से भी ज्यादा की है और इसके पायरेटेड संस्करण का भी चलन शुरू नहीं हो पाया है, इसलिए इस विकल्प के बारे में कम ही प्रयोक्ता विचार कर रहे हैं।
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आपको डिवैलप किया हुआ टूल प्रयोग करने के बाद में बहुत प्रभावित हुआ हूँ क्योंकि आपने गूगल, माइक्रोसॉफ़्ट को भरपूर जवाब दिया है इसमे कुछ टेक्निकल कामिया हैं जैसे अगर साधारण तरीके से काम करना हो तो यह टूल ठीक काम करता है पर पेजमेकर, कोरेल ड्रॉ जैसे सॉफ्टवेर में खासी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ता है और indesign जैसे सॉफ्टवेर में पूरी तरह से फेल हो जाता है अगर आप इसे थोड़ा और इंटेलिजेंट बना सके एवं डिक्शनरी सपोर्ट जोड़ दे तो आपका यह टूल सबको पीछे छोड़ देगा।