प्रत्येक टेट्राड में चार गुणसूत्रबिंदु होते हैं, लेकिन प्रत्येक सहोदरा क्रोमेटिड पर गुणसूत्रबिंदुओं की जोड़ी का संयोजन हो जाता है और अर्धसूत्रीविभाजनI के समय एक इकाई की तरह काम करता है.
22.
इसके अंत में अर्धसूत्रीविभाजन I में उत्पन्न दो अगुणित कोशिकाओं (23 क्रोमोसोम, 1N * प्रत्येक क्रोमोसोम दो सहोदर क्रोमेटिड युक्त) से 4 अगुणित कोशिकाएं (मनुष्यों में 23 क्रोमोसोम, 1N) उत्पन्न होती हैं.
23.
अर्धसूत्रीविभाजन II में सूत्रीविभाजन के समान समीकरणी विभाजन होता है, जिससे सहोदरा क्रोमेटिड अंततः विभाजित हो जाते हैं और पहले विभाजन से उत्पन्न प्रति कन्या कोशिका से कुल 4 अगुणित कोशिकाओं (23 क्रोमोसोम, N) की उत्पत्ति होती है.