1. क्लोम ग्रन्थि-क्लोम-ग्रन्थि एक बहुत बड़ी ग्रन्थि है जो आमाशय के पिछले भाग में पाई जाती है।
22.
ये प्रायः समस्त अस्थियों का पूवर्रूप होती है-क्लोम तथा कण्ठ (स्वरयंत्र) तरुणास्थि से ही बने होते हैं ।
23.
पंचम भाव यकृत, क्लोम ग्रंथि और शुक्राणुओं का कारक स्थान है और इस स्थान या भाव का कारक ग्रह बृहस्पति है।
24.
चिकनाई पचाने के लिए जिगर, क्लोम एवं छोटी आंत को सदा स्वस्थ रखने के लिए खुली हवा में गहरी सांस लेनी चाहिए।
25.
शार्क के शरीर में देखने के लिए एक जोड़ी आँखें, तैरने के लिए पाँच जोड़े पखने और श्वांस लेने के लिए पाँच जोड़े क्लोम होते हैं।
26.
जब फ्रायाटाक की सेना आज के पट्टया के इलाके में पहुंची, तो उसकी मुठभेड़ नाइ क्लोम के सैनिक-टुकड़ियों से हुई जिन्होंने उसे रोकने की कोशिश की।
27.
अधिकतर जलक्लोम तथा क्लोम दरारें आजीवन रहती हैं, परंतु कुछ में ये वयस्क अवस्था में लुप्त हो जाती हैं और श्वसन केवल फेफड़ों द्वारा ही होता है।
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शार्क के शरीर में देखने के लिए एक जोड़ी आँखें, तैरने के लिए पाँच जोड़े पखने और श्वांस लेने के लिए पाँच जोड़े क्लोम होते हैं।
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अधिकतर जलक्लोम तथा क्लोम दरारें आजीवन रहती हैं, परंतु कुछ में ये वयस्क अवस्था में लुप्त हो जाती हैं और श्वसन केवल फेफड़ों द्वारा ही होता है।
30.
आज अंतरिक्ष में चहल कदमी करने वाला तथा क्लोम के सहारे सृष्टि रचना का सपना साकार करने वाला उन्नति के चरमोत्कर्ष पर पहुंचा आधुनिक चिकित्सा विज्ञान एड्स को लाइलाज रोग मान लिया है।