इस दिन भीम ने घटोत्कच के साथ मिलकर दुर्योधन की सेना को युद्ध से भगा दिया, भीष्म दुर्योधन को आश्वासन देकर भीषण संहार मचा देते हैं, श्रीकृष्ण अर्जुन को भीष्म वध करने को कहते है परन्तु अर्जुन उत्साह से युद्ध नहीं कर पाता जिससे श्रीकृष्ण स्वयं भीष्म को मारने के लिए उद्यत हो जाते है परन्तु अर्जुन उन्हे प्रतिज्ञा रूपी आश्वासन देकर कौरव सेना का भीषण संहार करते है, वह एक दिन में ही समस्त प्राच्य, सौवीर, क्षुद्रक और मालव क्षत्रियगणों को मार गिराते हैं।
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तीसरा दिन इस दिन भीम ने घटोत्कच के साथ मिलकर दुर्योधन की सेना को युद्ध से भगा दिया, भीष्म दुर्योधन को आश्वासन देकर भीषण संहार मचा देते हैं, श्रीकृष्ण अर्जुन को भीष्म वध करने को कहते है परन्तु अर्जुन उत्साह से युद्ध नहीं कर पाता जिससे श्रीकृष्ण स्वयं भीष्म को मारने के लिए उद्यत हो जाते है परन्तु अर्जुन उन्हे प्रतिज्ञा रूपी आश्वासन देकर कौरव सेना का भीषण संहार करते है, वह एक दिन में ही समस्त प्राच्य, सौवीर, क्षुद्रक और मालव क्षत्रियगणों को मार गिराते हैं।