वर्ष 2012 में ‘ आर्थिक सुरक्षा ' और ‘ भारत की एकता, अंखडता, सुरक्षा और संप्रभुता के लिए खतरा होना या उसकी संभावना होना ' शब्द डाल दिए गए हैं जिसका अर्थ है कि कोई भी चीज जिससे भारत की अर्थव्यवस्था अस्थिर होती हो, उसे गैरकानूनी गतिविधी ' और ‘ आतंकवादी कार्रवाई ' माना जा सकता है।
22.
एक कहावत है कि “ ऊँगली पकडाओ तो पौंचा पकड़ लेना ” यानि “ लालच ” आ जाना, जो स्वभाविक है | सतर्क तो तंत्र को होना चाहिए, सजा का डर होना चाहिए और इज्जत जाने का खतरा होना चाहिए???? समाजिक बहिष्कार और हुक्का-पानी बंद होना भी पहले एक सजा होती थी? मगर आजकल तो ऐसे लोग मुख्याअतिथि बनाए जाते हैं जी | राम सबका भला करे, कोई मजबूरी हो तो चोरी भी जायज़ समझी जाती थी मगर आज तो ” चोरी, हेराफेरी फैशन बन गया है जी??