वे बहुत सहज ढंग से मिले थे ; वे जाने-माने, अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति-प्राप्त नृतत्वशास्त्री थे और मैं हिन्दी का युवा कवि था, जिसकी तब तक कुल जमा दो कविता पुस्तकें छपी थीं।
22.
बेतिया शाखा ने २१ दिसंबर से टाउन हॉल में पोलियो करेक्टिव सर्जरी शिविर का आयोजन किया था जिसमे ख्याति-प्राप्त शल्य चिकित्सक डॉ. एस. आदिनारायण राव ने १२० मरीजों के १७७ पैरों का सफल ऑपरेशन किया.
23.
यह शहर धातु प्रसंस्करण, उन्नत इंजीनियरिंग, चिकित्सा प्रौद्योगिकी और डिजिटल उद्योगों सहित सबसे तेज़ी से बढ़ रहे क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति-प्राप्त है, जिसे शहर के दो अग्रणी विश्वविद्यालय, और उत्कृष्टता के विशेषज्ञ केन्द्र समर्थन देते हैं।
24.
सिलसिला यहीं न थमा, सबके चरित्र उजागर करने वालों में एक ख्याति-प्राप्त पत्रकार का चरित्र उजागर होने से मन विचलित हुआ ही था कि प्रदेश में एक खेल गुरु के चरित्र पर भी छींटे पड़ गए।
25.
कुछ समय पहले विश्व के सत्रह ख्याति-प्राप्त वैज्ञानिकों ने भारत के प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर स्पष्ट बताया कि इस विषय पर अब तक हुए अध्ययनों का निष्कर्ष यही है कि जीएम फसलों से उत्पादकता नहीं बढ़ी है।
26.
एक बार नीदरलैंड के राष्ट्रीय रेडियो प्रसारण में यह हैरतअंगेज घोषणा कर दी गई कि मशहूर चित्रकार रेंब्रापट की ख्याति-प्राप्त कलाकृति ' द नाइट वाच' भूल से एक ऐसे द्रव के संपर्क में आ गई है, जिसकी वजह से वह दिन-प्रतिदिन अदृश्य होती जा रही है।
27.
हर कोई व्यक्ति हर किसी ख्याति-प्राप्त और लोकप्रिय व्यक्तिके नामका अपने व्यवसायिक और राजनीतिक जीवन में पूरा पूरा-लाभ उठा लेना चाहता है, चाहे फिर उसके रॉयल्टी डे पड़े या फ्री फंड के मौके मिले......... इन सबमैन, धोनी, मोदी,सचिन और अनेक लोक्प्रिय व्यक्ति आ जाते है.............
28.
एक बार नीदरलैंड के राष्ट्रीय रेडियो प्रसारण में यह हैरतअंगेज घोषणा कर दी गई कि मशहूर चित्रकार रेंब्रापट की ख्याति-प्राप्त कलाकृति ' द नाइट वाच ' भूल से एक ऐसे द्रव के संपर्क में आ गई है, जिसकी वजह से वह दिन-प्रतिदिन अदृश्य होती जा रही है।
29.
हरियाणा के ख्याति-प्राप्त लेखक विष्णु प्रभाकर अपने लघुकथा-संग्रह ' कौन जीता कौन हारा'(1989) की भूमिका में लिखते हैं-“जब मैंने लिखना शुरू किया था तो सर्वश्री जयशंकर प्रसाद, सुदर्शन, माखनलाल चतुर्वेदी, उपेन्द्रनाथ अश्क, कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर, जगदीश चन्द्र मिश्र, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी, रावी और रामनारायण उपाध्याय आदि सुप्रसिद्ध सर्जक इस क्षेत्र में भी सक्रिय थे।”
30.
हरियाणा के ख्याति-प्राप्त लेखक विष्णु प्रभाकर अपने लघुकथा-संग्रह ‘ कौन जीता कौन हारा ' (1989) की भूमिका में लिखते हैं-“ जब मैंने लिखना शुरू किया था तो सर्वश्री जयशंकर प्रसाद, सुदर्शन, माखनलाल चतुर्वेदी, उपेन्द्रनाथ अश्क, कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर, जगदीश चन्द्र मिश्र, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी, रावी और रामनारायण उपाध्याय आदि सुप्रसिद्ध सर्जक इस क्षेत्र में भी सक्रिय थे।