आपसे अनुरोध है कि आप भी इस गुप्त विद्या का प्रचार-प्रसार करें और मेरे इस महान मिशन में सहयोग करें.
22.
लेखक, दूसरों की हमेशा सहायता करने वाला, गुप्त विद्या का ज्ञाता, देशभक्ति रखने वाला व्यक्ति इसी लग्न में पैदा होता है।
23.
चंद्र पर्वत पर त्रिकोण होने से जातक गुप्त विद्या का जानकार तथा मारण आदि प्रयोगों को जानने एवं करने वाला होता है।
24.
र् Z = 26 / 8: सभी प्रभाव H जैसे ही किन्तु फ की तरह ही असामान्य कार्य तथा गुप्त विद्या में लिप्तता।
25.
लेखक, दूसरों की हमेशा सहायता करने वाला, गुप्त विद्या का ज्ञाता, देशभक्ति रखने वाला व्यक्ति इसी लग्न में पैदा होता है।
26.
ना काटे जाने वाला आदमी अपनी इस गुप्त विद्या को अपने बच्चों को भी सिखा जाता है, ताकि इंजेक्शनों का खर्चा बचाने के काम आये.
27.
शनि अध्यात्म, धन, ज्योतिष, दांतों के रोग, गुप्त विद्या, गुण-दोष निकालने की कला, नौकरी, सात्विक विचार आदि से संबंध रखते हं।
28.
14. गुप्त विद्या पद्धति (भावी ज्ञान) द्वारा भविष्य कथन: इस पद्धति द्वारा भविष्य कथन करने के लिये नीचे बताया गया “ तीसा यंत्र ”
29.
चौथे भाव में सूर्य-ह्रदय में जलन, शरीर से सुन्दर, गुप्त विद्या प्रेमी, विदेश गमन, राजकीय चुनाव आदि में विजय, युद्ध वाले कारण, मुकद्दमे आदि में पराजित,व्यथित मन.
30.
भावी ज्ञान अर्थात गुप्त विद्या पद्धति द्वारा भविष्य कथन गुप्त विद्या पद्धति में मूलतः 30 प्रश्नों का प्रावधान रहा है, किंतु आगे चल कर इसमें 8 नवीन प्रश्न जोड़ लिए गए।