| 21. | इसके अतिरिक्त अश्वगंधा की जड़ में ग्लाइकोसाइड, विटानिआल, अम्ल, स्टार्च, शर्करा व एमिनो एसिड आदि पाए जाते हैं।
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| 22. | पीपर की जड़ (पीपला मूल) में पाइपरिन (0.15-0.18%), पिपलार्टिन (0.13-0.20%), पाइपरलौंगुमिनिन, एक स्टिरायड तथा ग्लाइकोसाइड पाए जाते हैं।
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| 23. | इसमें सैफोनिन्स, ऎल्डी हाइड्स, ग्लाइकोसाइड, टेनिन, फिनोल, एस्कोर्बिक एसिड व कैरोटिन पाया जाता है।
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| 24. | कुछ पदार्थों में गंधतैल असंयुक्तावस्था में रहता है, कुछ में ग्लाइकोसाइड रूप में और कुछ में दोनों रूपों में।
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| 25. | कुछ पदार्थों में गंधतैल असंयुक्तावस्था में रहता है, कुछ में ग्लाइकोसाइड रूप में और कुछ में दोनों रूपों में।
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| 26. | यह भी पता चला था कि संयंत्र के भीतर निहित प्राकृतिक वजन घटाने ग्लाइकोसाइड वास्तव में काम एक भूख
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| 27. | तीते बादाम के तैल में ऐमिगडैलिन, सरसों के तैल में सिनिगिन और विंटरग्रीन तैल में गौथेरिन नामक ग्लाइकोसाइड रहते हैं।
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| 28. | इसके अतिरिक्त इन फूलों में कोरोपसिन, ईसोकोरोपसिन, सल्फ्यूरिन (ग्लाइकोसाइड) मोनोस्पर्मोसाइड और ईसोमोनोपर्मोसाइड की संरचना मिलती है।
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| 29. | तीते बादाम के तैल में ऐमिगडैलिन, सरसों के तैल में सिनिगिन और विंटरग्रीन तैल में गौथेरिन नामक ग्लाइकोसाइड रहते हैं।
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| 30. | फ्लेवॉन और ग्लाइकोसाइड जैसे जैविक रूप से समर्थ सक्रिय घटक निर्गुण्डी पत्रों में प्रचुर संख्या में पाए गए हैं ।
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