एक शहर में जब बलात्कार, दहेज हत्या और लिंग पर आधारित हिंसा से जुड़ी सुर्खियों को घिसी-पिटी बात मानकर उन्हें सरसरी नज़रों के साथ स्वीकार कर लिया जा रहा है, तो यकीनन उस शहर के ढांचे में कुछ मौलिक गड़बड़ ज़रूर है।
22.
एक शहर में जब बलात्कार, दहेज हत्या और लिंग पर आधारित हिंसा से जुड़ी सुर्खियों को घिसी-पिटी बात मानकर उन्हें सरसरी नज़रों के साथ स्वीकार कर लिया जा रहा है, तो यकीनन उस शहर के ढांचे में कुछ मौलिक गड़बड़ ज़रूर है।