वत्सराज, विष्णुदास, तुलसी और हरिराम व्यास के ग्रंथों में नूपुर का उल्लेख है, जबकि इसका आंचलिक नाम घुँघरु और घुँघरियाँ हो गया ।
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का एक क़स्बा, जहाँ की वेश्याओं के सम्मान में प्रांत की अन्य वेश्याएँ उनके सामने घुँघरु तक नहीं बाँधती) में घुँघरु बाँध लिया था।
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का एक क़स्बा, जहाँ की वेश्याओं के सम्मान में प्रांत की अन्य वेश्याएँ उनके सामने घुँघरु तक नहीं बाँधती) में घुँघरु बाँध लिया था।
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पंकज जी का ध्यान आते ही सुर के साथ सुरा याद आने लगती है वहीं अनूप जलोटा नाम सुनते ही मन में घुँघरु खनकने लगते हैं।
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करीला के मेले मे इस बार फ़िर एक बेबस माँ ने पेट की खातिर अपनी चौदह साल की बेटी नेहा के पैरों में घुँघरु बाँध दिए ।
26.
मीरा के घुँघरु ऐसे ही आनंद में बजे थे, उनके गीत ऐसे ही चरम प्रेम में फूटे थे जिसमें सारे विरोधों का कोलाहल दब गया.
27.
और घर जो तुम्हारी हँसी के घुँघरु पहन खनकता फिरता था वहाँ अब अपरिचित उदासी अस्त-व्यस्त कपड़ों के बीच छुप कर हफ़्तों बेजार सोती रहती है
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वैसे प्रेम घुँघरु आज कितने पैरों में बँधेंगे? उस बंधनहीन प्रेम के नृत्य में क्या हम झूमने को तैयार हैं? मीरा के घुँघरु आज भी पुकार रहे हैं...
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वैसे प्रेम घुँघरु आज कितने पैरों में बँधेंगे? उस बंधनहीन प्रेम के नृत्य में क्या हम झूमने को तैयार हैं? मीरा के घुँघरु आज भी पुकार रहे हैं...
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मेरी सी बातूनी थी देर रात तक बतलाती थी, कभी मेरे ख्वाबों के रंगो की पेंटिंग बनाती थी, कभी अपने सपनों के घुँघरु बाँध नाचती थी, मैं देखता-सुनता जाता और अच्छा-अच्छा.....