| 21. | समझ में नहीं आता ये सारा खेल क्यों लगता है हमेशा छछुंदर के सर पर चमेली का तेल।।
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| 22. | कोई धीमी सी चरमराहट, कौंध किसी चीज की, छछुंदर के भीतर होने का अहसास करा देती।
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| 23. | समझ में नहीं आता ये सारा खेल क्यों लगता है हमेशा छछुंदर के सर पर चमेली का तेल।।
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| 24. | और ब्लागाव्रत के किस छछुंदर में इतना साहस है जो ताऊ महाराज के सोंटे को रोकने का प्रयत्न भी करे?
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| 25. | सांप, छछुंदर, तिलचट्टा, गिरगिट, कुछ भी दिखा तो शिकारी जानवर की भांति झपट कर पकड़ लेते।
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| 26. | उठा-पटक और हो-हल्ले के साथ आकाश सिर पर उठाए एक निरीह छछुंदर के भीतर घुस आने पर कितनी बौखलाहट थी?
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| 27. | सोते हुए भी रात भर नाक के भीतर घुस जाने वाली छछुंदर की गंध के अहसास ने तुरन्त निपटने को उकसाया।
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| 28. | पहले अपने ग़रीब भाई बहानो को खिला उनका हेल्प कर बाद मे मुसलमान मे अपनी टाँग अडाने घुस मार छछुंदर |
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| 29. | एक किनारे रखा जाला साफ करने वाला पाइप हाथ में था और ओने कोनो में जगह-जगह छछुंदर की तलाश शुरु हो गयी।
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| 30. | ऑफिस से लौट कर घ्ार के दरवाजे पर कदम रखते ही छछुंदर की उपस्थिति का वह क्षण भी कुछ ऐसा ही था।
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