लेकिन अगर हमारी इस चेतावनी पर ध् यान नहीं दिया गया और वर्तमान शासन व् यवस् था उठती हुई जनशक्ति के मार्ग में रोड़े अटकाने से बाज न आई तो क्रां ति के इस आदर्श की पूर्ति के लिए एक भयंकर युद्ध छिड़ना अनिवार्य है।
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बनारस की वो शाम, मणिकर्णिका घाट के सामने से गुजरते हुए जीवन और मत्यु के बीच के फासले को मिटते हुए देखना और ऐसे में प्रकाश की मीठी आवाज में छिड़ना जिंदगी का ये राग कि जिंदगी में तो सभी प्यार किया करते हैं...
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लेकिन जो आपका देश चला रहा है, आपके लिए नियम क़ानून निर्धारित कर रहा है, उस पद पर जाने की क्या योग्यता है, बस अंगूठा छाप? कितनी निंदनीय व्यवस्था है, मेरी समझ से अब वक्त आ गया है की इस पर बहस छिड़ना चाहिए, लोगों को इसके बारे में सोचना चाहि ए.
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सारा साल मेरे को दोस्तो से सीता सीता सुनकर छिड़ना पड़ा था…..अब शर्मा अंकल के घर टेलीविजन ना होता तो मै तो शर्मा के भतीजे की तो ऐसी तैसी कर देता, मतलब? अरे यार शर्माजी से पंगा लेते तो चित्रहार और सनडे की पिक्चर फिर कहाँ देखते? ……….खैर जनाब, किसी तरह से रामलीला का मंचन हुआ, इसकी भी एक अलग कहानी है..
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सारा साल मेरे को दोस्तो से सीता सीता सुनकर छिड़ना पड़ा था…..अब शर्मा अंकल के घर टेलीविजन ना होता तो मै तो शर्मा के भतीजे की तो ऐसी तैसी कर देता, मतलब? अरे यार शर्माजी से पंगा लेते तो चित्रहार और सनडे की पिक्चर फिर कहाँ देखते? ……….खैर जनाब, किसी तरह से रामलीला का मंचन हुआ, इसकी भी एक अलग कहानी है..
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छिपकलियां छिपती नहीं हैं साहित्य के समुद्र में जाल फैलाये मछलियों को नहीं छिपकलियों को फंसाएं मछलियों के लिए कोई मगरमच्छ नहीं लड़ता छिपकलियों के लिए कोई मगरमच्छ नहीं लड़ता लड़ने के लिए सब लड़ते हैं हारने के लिए कोई नहीं लड़ता जीतते फिर भी सब नहीं हैं एक को तो हारना ही होता है और हारना हारना होता है छिड़ना नहीं होता छेड़ना नहीं होता।
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छिपकलियां छिपती नहीं हैं साहित्य के समुद्र में जाल फैलाये मछलियों को नहीं छिपकलियों को फंसाएं मछलियों के लिए कोई मगरमच्छ नहीं लड़ता छिपकलियों के लिए कोई मगरमच्छ नहीं लड़ता लड़ने के लिए सब लड़ते हैं हारने के लिए कोई नहीं लड़ता जीतते फिर भी सब नहीं हैं एक को तो हारना ही होता है और हारना हारना होता है छिड़ना नहीं होता छेड़ना नहीं होता।
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छिपकलियां छिपती नहीं हैं साहित् य के समुद्र में जाल फैलाये मछलियों को नहीं छिपकलियों को फंसाएं मछलियों के लिए कोई मगरमच् छ नहीं लड़ता छिपकलियों के लिए कोई मगरमच् छ नहीं लड़ता लड़ने के लिए सब लड़ते हैं हारने के लिए कोई नहीं लड़ता जीतते फिर भी सब नहीं हैं एक को तो हारना ही होता है और हारना हारना होता है छिड़ना नहीं होता छेड़ना नहीं होता।