| 21. | इसे भगवान शिव की जटा मान सकते हैं।
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| 22. | जटा भुजं गपिंगल स्फुरत्फणामणिप्रभा-कदंबकुंकुम द्रवप्रलिप्त दिग्वधूमुखे ।
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| 23. | इसे भगवान शिव की जटा मान सकते हैं।
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| 24. | ॥न जटा मूंड धारों ॥ न मुंद्रका सवारों
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| 25. | तभी जटा झा का जोरदार प्रवेश होता है।
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| 26. | दृढ़ जटा मुकुट हो विपर्यस्त प्रतिलट से खुल
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| 27. | -पिंग जटा को भार सीस पै सुन्दर सोहत।
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| 28. | जटा झा का कलेजा एक बार फिर फ़ट पड़ा।
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| 29. | वह शैव कैसे कि-‘ नष्टशौचा मूढ़धियो जटा भस्मास्थिधारिणः।
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| 30. | सर के बाल जटा में तब्दील हो चुके थे।
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