बांग्लादेशी घुसपैठियों का भी असर उन्होंने कहा, ‘ धर्म बदलने, जन्म दर गिरने और बड़े स्तर पर बांग्लादेशी घुसपैठियों के आने से देश में जनसांख्यिक बदलाव आए हैं.
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यदि कांग्रेस के समर्थन से होने वाले इस जनसांख्यिक आक्रमण को रोका तथा उलटा नहीं जाता है तो 1947 के पूर्व के दिनों के संयुक्त भारत में से एक तीसरे इस्लामिक राष्ट्र के उदय की निकट प्रबल संभावना है।
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यदि कांग्रेस के समर्थन से होने वाले इस जनसांख्यिक आक्रमण को रोका तथा उलटा नहीं जाता है तो 1947 के पूर्व के दिनों के संयुक्त भारत में से एक तीसरे इस्लामिक राष्ट्र के उदय की निकट प्रबल संभावना है।
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यदि कांग्रेस के समर्थन से होने वाले इस जनसांख्यिक आक्रमण को रोका तथा उलटा नहीं जाता है तो 1947 के पूर्व के दिनों के संयुक्त भारत में से एक तीसरे इस्लामिक राष्ट्र के उदय की निकट प्रबल संभावना है।
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इस नई सदी के प्रारंभ में ही प्रोफेसर कीवीसील्ड ने अपने अध्ययन में पाया था कि दक्षिण एशिया की जनसांख्यिक संरचना अपने जातीय एवं जनजातीय स्वरूप में न केवल विशिष्ट है वरन् वह शेष दुनिया से स्पष्टत: भिन्न है।
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दुनिया के धन-कुबेरों में हिंदू है, विश्व-प्रवासी संत और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रमुख पदों पर अनेक हिंदू है, पर कभी भी, कहीं भी वे इस भारतीय उपमहाद्वीप अर्थात दक्षिण एशिया में हिंदुओं के जनसांख्यिक एवं राजनीतिक क्षरण पर चिंतित नहीं दिखते।
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दुनिया के धन-कुबेरों में हिंदू है, विश्व-प्रवासी संत और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रमुख पदों पर अनेक हिंदू है, पर कभी भी, कहीं भी वे इस भारतीय उपमहाद्वीप अर्थात दक्षिण एशिया में हिंदुओं के जनसांख्यिक एवं राजनीतिक क्षरण पर चिंतित नहीं दिखते।
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' ' यह एक कटु सत्य है कि और इसके कारण न केवल असम के जनसांख्यिक स्वरूप में तेजी से बदलाव आया है, बल्कि देश के कई अन्य भागों में भी बांग्लादेशी अवैध घुसपैठिए कानून एवं व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा बने हुए है।
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भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) का अधिदेश निवासियों की जनसांख्यिक और बायोमेट्रिक सूचना के साथ जुड़ी एक विशिष्ट पहचान संख्या को जारी करना है, जिसे वे भारत में किसी भी स्थान पर अपनी पहचान बताने में और लाभों तथा सेवाओं तक अपनी पहुंच बनाने के लिए इस्तेमाल कर सकें।
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ज्ञानेश्वर चौबे को जिस बिन्दु पर शोध के लिए पीएच. डी. उपाधि स्वीकृत की गई है उसका शीर्षक है-' डेमॉग्राफिक हिस्ट्री ऑफ साउथ एशिया: द प्रिवेलिंग जेनेटिक कांटिनिटी फ्रॉम प्रीहिस्टोरिक टाइम्स ' अर्थात ' दक्षिण एशिया का जनसांख्यिक इतिहास: पूर्वऐतिहासिक काल से लेकर अब तक की अनुवांशिकी निरंतरता ' ।