(खत्री हितैषी के स्वर्ण जयंती विशेषांक से साभार) हमारे मान्य पशु पक्षी और अस्त्र शस्त्र गाय समस्त हिंदुओं की माता है।
22.
उस वक् त देशकाल के स् वर्ण जयंती विशेषांक के संपादक समूह में होने की हैसियत से उनका संग-साथ मिला था।
23.
स्वर्ण जयंती विशेषांक से साभार) अरोड वंश की कुल 962 अल्लों का संकलन किया जा सका है(भाग-4)...
24.
आयोजन में मानविकी संकाय के पत्र ‘ कंसर्न ‘ के स्वर्ण जयंती विशेषांक का लोकार्पण भी किया जाएगा हिन्दी विभाग के अध्यक्ष प्रो.
25.
झमाणी, ('खत्री हितैषी' के स्वर्ण जयंती विशेषांक से साभार) अरोड वंश की कुल 962 अल्लों का संकलन किया जा सका है(भाग-2)...
26.
(खत्री हितैषी के स्वर्ण जयंती विशेषांक से साभार) धर्मग्रंथों के अनुसार हमारे मान्य तीर्थस्थान हिंदू परिवारों की तरह ही खत्रियों में भी कुछ तीर्थस्थान अत्यंत पवित्र माने जाते हैं।
27.
अपनी 50 वीं वर्षगांठ पर इसने खत्री हितैषी का ' स् वर्ण जयंती विशेषांक ' निकाला था, जिसके तथ् यों से हमारे खत्री समाज का यह ब् लाग समृद्ध होगा ।
28.
जयपुर......१३ मार्च २००९ नवज्योति दैनिक के रविवारीय परिशिष्ट में स्तम्भ लेखक और कला समीक्षक डॉ राजेश व्यास ने कला प्रयोजन के स्वर्ण जयंती विशेषांक पर एक सचित्र लम्बी टिप्पणी प्रकाशित की है ।
29.
कदाचित इसका कारण पं. श्रीनारायण चतुर्वेदी की वह टिप्पणी है जो उन्होंने ‘ सरस्वती ' पत्रिका के 60 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रकाशित ‘ हीरक जयंती विशेषांक ' के कहानी खंड के आरंभ में दी थी।
30.
(‘ धर्म ' के संबंध मे उपरोक्त विचार ‘ दैनिक जागरण, आगरा, दिनांक-17 नवंबर 2001, पृष्ठ-11 ′ पर प्रकाशित श्री रवि बिहारी माथुर साहब द्वारा विशेष रूप से चित्रगुप्त जयंती विशेषांक के लिए दिये गए थे।