| 21. | बदलो-बदलो वक्तव्य बदलो ज़िल्द बदलो कलेवर बदलो ” वासांसि जीर्णानि यथा विहाय
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| 22. | वह जो हरी ज़िल्द वाली किताब थी, उसमें पूरी दिल्ली के नक्शे थे।
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| 23. | मौलाना जलालुद्दीन ' रूमी' की मसनवी मानवी से, ज़िल्द छठी, ७४२-५७.
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| 24. | ज़िन्दगी बनके पुस्तक बिना ज़िल्द की भूमिका पर अटक फ़ड़फ़ड़ाती रही-वाह, वाह! बहुत जबरदस्त.
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| 25. | अधिकांश किताबें उर्दू या शायद अरबी-फारसी में थीं और चमड़े की ज़िल्द में मढ़ी हुई थीं।
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| 26. | मसनवी मानवी, ज़िल्द दूसरी, १ ४ ६ ५-७ ०.) ****
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| 27. | किताबों में ऐसी ज़िल्द होनी चाहिए कि आप मोड़ कर भी बड़े आराम से पढ़ सकें।
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| 28. | मसनवी मानवी, ज़िल्द तीसरी, ३ ९ ० १-० ५.) ****
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| 29. | किताबों में ऐसी ज़िल्द होनी चाहिए कि आप मोड़ कर भी बड़े आराम से पढ़ सकें।
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| 30. | अधिकांश किताबें उर्दू या शायद अरबी-फारसी में थीं और चमड़े की ज़िल्द में मढ़ी हुई थीं।
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