| 21. | 5-6 दशक पहले के कृषि वैज्ञानिक और अनुभवी कृषक जानते हैं कि जुवार
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| 22. | इसके बाद आई जुवार की खुले भुट्टे वाली अधिक उपज देने वाली संकर किस्में।
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| 23. | होती है, और खेतोंमें कुछ जुवार व कपास वगैरा भी बोया जाता है ।
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| 24. | जुवार, चने होते हैं, लेकिन इसकी कभी इतनी हिम्मत न हुई कि कभी थोड़ा-सा
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| 25. | यानी प्रत्येक 4 या 6 कतार तुवर के बाद दो कतारें जुवार की बोएँ।
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| 26. | यानी प्रत्येक 4 या 6 कतार तुवर के बाद दो कतारें जुवार की बोएँ।
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| 27. | इसके बाद आई जुवार की खुले भुट्टे वाली अधिक उपज देने वाली संकर किस्में।
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| 28. | जुवार, चने होते हैं, लेकिन इसकी कभी इतनी हिम्मत न हुई कि कभी थोड़ा-सा दफ्तरवालों
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| 29. | इनके बीजों के लिए जुवार अनुसंधान परियोजना, कृषि महाविद्यालय इंदौर से संपर्क कर सकते हैं।
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| 30. | जुवार की उज्जैन 3, उज्जैन 6, पीला आँवला, लवकुश, विदिशा 60-1 मुख्य प्रचलित किस्में थीं।
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