| 21. | श्रीमती टर्पिन का सिर हल् का हुआ और हिलने-डुलने की चेतना उनमें लौटी।
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| 22. | श्रीमती टर्पिन ने खाली हुई कुर्सी में धँस कर आराम की साँस ली।
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| 23. | “ नहीं तो क् लाड, क् या? ” श्रीमती टर्पिन ने पूछा।
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| 24. | “ अब जरा गर्दन देख लें ”, वह श्रीमती टर्पिन से जिंदादिली से बोला।
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| 25. | श्रीमती टर्पिन ऊपर उसके बगल में चढ़कर नीचे बाड़े में खड़े सूअरों को गुरेरने लगीं।
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| 26. | “ एक गाय ने इन् हें दुलत्ती मार दी ”, श्रीमती टर्पिन ने कहा।
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| 27. | रात के वक् त कभी-कभी श्रीमती टर्पिन लोगों के दर्जों को गिनने में लग जातीं।
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| 28. | लेकिन कुछ ही दिनों बाद लोगों ने डिक टर्पिन के भूत को हीथ्रो एयरपोर्ट पर देखा।
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| 29. | श्रीमती टर्पिन ने पढ़ रखा था कि सुअर जानवरों में सबसे ज् यादा बुिद्धमान होता है।
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| 30. | “ तो फिर उनमें बहुत से तो ऐसे नहीं हैं ”, श्रीमती टर्पिन ने समझाया।
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