कल तक शांति के साथ अपने अपने आवरण में चुप्पी साधे बैठे घटक दलों ने टर्राना आरंभ कर दिया है।
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तब वह भी टर्राने लगा। ' उसने टर्राना शुरू किया तो मोर ने भी इंद्र एवं भगवान के मध्य लड़ाई की बात कही।
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जानते ही हो कि, बुद्धिजीवी गोत्र में दिखने की मज़बूरी है, कि गाहे बगाहे, बात बेबात, बेमौसम टर्राना..
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इसका फैसला आने के बाद फिर इन दोनों ही बिरादरी के मेंढकों ने अपना मुंह खोला और बारिश की फुहार होते ही टर्राना आरंभ कर दिया है।
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इसका फैसला आने के बाद फिर इन दोनों ही बिरादरी के मेंढकों ने अपना मुंह खोला और बारिश की फुहार होते ही टर्राना आरंभ कर दिया है।
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! ढूंढना तो खैर क्या ही होगा, ये तो उसकी स्वाभाविक ऊर्जा है, जो उसे हमेशा मगन रखती है, उसकी अपनी दुनिया में, जहां टर्राना और फुदकना उसका जन्मसिद्ध अधिकार है.
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सूखा पड़ जाए, चाहे दीना के तालाब में झुलसती हुई धूप के मारे मेंढकों का टर्राना बंद हो जाए, सावन में झूले पड़ें ना पड़ें, पर हर एकादशी के दिन दालान में कीर्तन का आयोजन नहीं रुक सकता था।
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मैं आपकी सफ़लता से जलकर इनको रोज ताने मारा करती थी और ये दुखी होकर उस नाशपीटे ब्लागर के पास चले गये और उस सत्यानाशी ने इनको यह राय दे दी कि कि तुम रात दिन ताऊ के पास टर्राना शुरु करदो.
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' दादुर अब वक्ता हुए कोयल साधो मौन ' टर टर मेंढक सा टर्राना, बिना बात के शोर मचाना, बुरी बात है गाली देना, तीखी भाषा में कुछ कहना, इसीलिए तुम जितना बोलो, कम बोलो और मीठा बोलो.
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बरसात में मेढक टर्राना शुरु कर दतें हैं. जैसे चुनाव पूर्व दिग्विजय.ऐसे में बुद्धिमान प्राणियों को मौन धारण करना चाहिए.फिर अवसर आयेगा अपनी बात कहने का.कोई सुनने वाला भी तो हो इसलिए अवसर देख के अपनी बात कहिये मौके की, यहाँ तो हर तरफ दिग्विजय हैं टर्र टर्र टर्राते बरसाती मेढक से.यहाँ पावस वर्षा ऋतु के लिए आया है और दादुर कहतें हैं मेंढक को.