वृत्त ध्रुवित प्रकाश की तीव्रता में टूरमैलीन कुछ भी परिवर्तन नहीं कर सकता, क्योंकि इसके दोनों अवयव कंपनों के आयाम बराबर होते हैं अर्थात् (
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स्पष्ट है कि प्रथम टूरमैलीन में से निकलने पर प्रकाश में असममिति का ऐसा गुण उत्पन्न हो गया है जो साधारण प्रकाश में नहीं था।
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वृत्त ध्रुवित प्रकाश की तीव्रता में टूरमैलीन कुछ भी परिवर्तन नहीं कर सकता, क्योंकि इसके दोनों अवयव कंपनों के आयाम बराबर होते हैं अर्थात् (a = b)।
24.
अत: टूरमैलीन की जिस स्थिति में इस परावर्तित किरण की तीव्रता नष्ट हो जाती है उसमें टूरमैलीन पट्टिका पर आपात तल से समांतर रेखा खींच ली जाती है।
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अत: टूरमैलीन की जिस स्थिति में इस परावर्तित किरण की तीव्रता नष्ट हो जाती है उसमें टूरमैलीन पट्टिका पर आपात तल से समांतर रेखा खींच ली जाती है।
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अत: टूरमैलीन की जिस स्थिति में इस परावर्तित किरण की तीव्रता नष्ट हो जाती है उसमें टूरमैलीन पट्टिका पर आपात तल से समांतर रेखा खींच ली जाती है।
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अत: टूरमैलीन की जिस स्थिति में इस परावर्तित किरण की तीव्रता नष्ट हो जाती है उसमें टूरमैलीन पट्टिका पर आपात तल से समांतर रेखा खींच ली जाती है।
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दीर्घवृत्त ध्रुवित प्रकाश को भी टूरमैलीन समतल ध्रुवित तो कर देता है और उसकी तीव्रता भी टूरमैलीन को घुमाने से बढ़ती है, किंतु उसका पूर्णत: लोप कभी नहीं होता।
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दीर्घवृत्त ध्रुवित प्रकाश को भी टूरमैलीन समतल ध्रुवित तो कर देता है और उसकी तीव्रता भी टूरमैलीन को घुमाने से बढ़ती है, किंतु उसका पूर्णत: लोप कभी नहीं होता।
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उसमें टूरमैलीन पट्टिका पर आपात तल से समांतर रेखा खींच ली जाती है, और तब ऐसे टूरमैलीन से किसी भी ध्रुवित प्रकाश का ध्रुवणतल मालूम किया जा सकता है।