| 21. | का प्रयोग टेर को तारत्व प्रदान करता है।
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| 22. | मां मत ऐसे टेर की मेरा मन अकुलाए।
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| 23. | टेर रहा है आनन्दपर्विणी मुरली तेरा मुरलीधर।।197।।
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| 24. | टेर रहा रस भाव विमुग्धा मुरली तेरा मुरलीधर ॥२२७॥
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| 25. | टेर रहा है अन्तरंगिणी मुरली तेरा मुरलीधर।।219।।
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| 26. | टेर रहा अनवरत सहचरी मुरली तेरा मुरलीधर ॥ २२४॥
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| 27. | टेर रहा है सत्वसंधिनी मुरली तेरा मुरलीधर।।161।।
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| 28. | टेर रहा है तृप्तिपयोदा मुरली तेरा मुरलीधर।।210।।
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| 29. | टेर रहा है प्रीतिमधुमती मुरली तेरा मुरलीधर।।157।।
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| 30. | टेर रहा सुख गीत गुंजिता मुरली तेरा मुरलीधर ॥२२६॥
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