तत्पुरुष समास-जिस समास का उत्तरपद प्रधान हो और पूर्वपद गौण हो उसे तत्पुरुष समास कहते हैं।
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अध्याय 20 (क) नञ तत्पुरुष समास जिस समास में पहला पद निषेधात्मक हो उसे नञ तत्पुरुष समास कहते हैं।
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अध्याय 20 (क) नञ तत्पुरुष समास जिस समास में पहला पद निषेधात्मक हो उसे नञ तत्पुरुष समास कहते हैं।
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2. 4.3 तत्पुरुष समास में हाइफ़न का प्रयोग केवल वहीं किया जाए जहाँ उसके बिना भ्रम होने की संभावना हो, अन्यथा नहीं।
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2. 4.3 तत्पुरुष समास में हाइफ़न का प्रयोग केवल वहीं किया जाए जहाँ उसके बिना भ्रम होने की संभावना हो, अन्यथा नहीं।
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2. 4.3 तत्पुरुष समास में हाइफ़न का प्रयोग केवल वहीं किया जाए जहाँ उसके बिना भ्रम होने की संभावना हो, अन्यथा नहीं।
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इतना ही नहीं; ' अथातो धर्म जिज्ञासा' इस सूत्र में धर्माय जिज्ञासा धर्मजिज्ञासा करके चतुर्थी तत्पुरुष समास बतलाता है 'अश्वघोषादीनां असंख्यानम्' इस कात्यायन महावार्तिक से।
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७. तत्पुरुष समास में हाइफन का प्रयोग केवल वहीं किया जाए, जहाँ उसके बिना भ्रम होने की संभावना हो, अन्यथा नहीं, जैसे-भू-तत्त्व, रामराज्य।
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तत्पुरुष समास में तो उत्तर पद प्रधान होता है, अतः वहां यदि उत्तर पद स्त्रीलिंग हो जाता है, जो समस्तपद के स्त्रीलिंग होने की मजबूरी है ही।
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इतना ही नहीं ; ' अथातो धर्म जिज्ञासा ' इस सूत्र में धर्माय जिज्ञासा धर्मजिज्ञासा करके चतुर्थी तत्पुरुष समास बतलाता है ' अश्वघोषादीनां असंख्यानम् ' इस कात्यायन महावार्तिक से।