| 21. | क्षत्रियात् जातमेवं तु विद्याद् वैश्यात् तथैव च॥ (मनुस्मृति)
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| 22. | नरो स खलु विरराज तथैव गौरी समेकेतेन यथा त्रिपुरारिः.
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| 23. | तथैव धर्म स्मरति मनुः कल्पान्तरान्तरे ।।
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| 24. | तथैव योगविहितं यत्तु कर्म नि सिध्यति।
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| 25. | क. “मन्दाकिनीदशार्णा च चित्रकूटा तथैव च।
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| 26. | तद्ध स्म तथैव भवति ' ।
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| 27. | तथैव वश्यते वायुरन्यथा हन्ति साधकं!!
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| 28. | इसका पता सम्यग्रूपेण चरक तथैव शुश्रुत के सूत्र, शारीर, विमानादि
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| 29. | रन्ध्रेशो व्ययषष्ठगो रिपुपतौ रन्ध्रेव्यये व स्थिते रिःफेशोऽपि तथैव रन्ध्ररिपुभे यस्यास्ति तस्मिन्वदेत।
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| 30. | अर्जनं पटलोहानां हयानामपि मारणम्॥ 4 ॥ रक्तपुष्पद्रुमाणां च मंडलस्य तथैव च।
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