कहाँ से? बिभीषण का कोई धन तो वे लिए ही नहीं थे| बिभीषण से उसे सभी बानरों में बंटवा दिए थे | मैं तुलसीदास जी की आलोचना नहीं करता हूँ | चाहता हूँ अपने अज्ञान का अंत करना | कोई इसका समाधान करे तो अच्छा लगेगा, पर उत्तर तर्कसंगत होना चाहिए | नहीं तो मैं यह माँ लूँगा कि संपादन का समय ही नहीं मिला|