काव्य के अनुसार अनुराधा 3 तारों का समूह है, जबकि अधिकारी विद्वान इसमें 4 तारों का समूह मानते हैं।
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मघा नक्षत्र:-यह नक्षत्र कुल छ: तारों का समूह है, जिसका क्षेत्र सिँह राशि के 0 डिग्री से 13-20 डिग्री तक है.
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अश्विनी नक्षत्र:-अश्विनी नक्षत्र 3 तारों का समूह है, जो आकाशमंडल में जनवरी के प्रारम्भ में, सूर्यास्त के बाद, सिर पर दिखाई देता है.
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इस समय सायंकाल के बाद से ही बहुत स्पष्ट है उत्तर दिशा में सात तारों का समूह-सप्तर्षि मंडल (Ursa Major)..
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आसमान में तारों का समूह विद्यमान है, मगर उसमें किसी विशिष्ट तारामंडल की स्थिति सरल रैखिक हो सकती है, तब हम उस समूह को पंक्ति कहेंगे।
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इस दिन सूर्योदय से पूर्व जब आकाश में पवित्र तारों का समूह मजूद हो उस समय नदी में स्नान करने से घोर पाप भी धुल जाते हैं.
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इस दिन सूर्योदय से पूर्व जब आकाश में पवित्र तारों का समूह मौजूद हो उस समय नदी में स्नान करने से घोर पाप भी धुल जाते हैं।
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चन्द्रमा और सूर्य कैसे हुये? कैसे तारों का समूह प्रकट होकर आकाश में ठहर गया? और कैसे चार खानों के जीव शरीर की रचना हुयी ।
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आसमान में तारों का समूह विद्यमान है, मगर उसमें किसी विशिष्ट तारामंडल की स्थिति सरल रैखिक हो सकती है, तब हम उस समूह को पंक्ति कहेंगे।